ताजपुर में बुखार से दो बालकों समेत तीन की मौत
शनिवार रात उसने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। क्षेत्र में बढ़ते बुखार और डेंगू के प्रकोप से ग्रामीण बेहाल है। एक ही परिवार के कई कई लोग बुखार से तप रहे हैं। गांव के कई लोग डेंगू ग्रस्त हैं। ग्रामीणों ने गांव में स्वास्थ्य टीम बुलाकर मरीजों की जांच कराने की मांग की है।
बिजनौर, जेएनएन। बुखार अब जानलेवा साबित हो रहा है। चंद घंटों के भीतर क्षेत्र में दो बालकों समेत एक महिला की बुखार से मौत हो गई। अचानक हुई तीन मौत से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। उधर, ताजपुर में बड़ी संख्या में ग्रामीण बुखार से तप रहे हैं तो कई डेंगू से पीड़ित हैं। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठा है। ग्रामीणों में विभाग के अधिकारियों के प्रति आक्रोश है।
ताजपुर निवासी कसीमुद्दीन के पांच वर्षीय पुत्र मोहम्मद मुजबिल को पिछले पांच दिनों से बुखार आ रहा था। पहले परिजनों ने उसका इलाज स्थानीय चिकित्सकों के यहां कराया, लेकिन स्थिति में सुधार न होने पर उसे धामपुर ले गए। वहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिजन उसे मुरादाबाद ले गए। मुरादाबाद में भर्ती रहने के बाद भी उसकी हालत और बिगड़ गई। जिस पर परिजनों ने उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर शनिवार रात उसकी मौत हो गई। वहीं, गांव के ही अंकुश 11 वर्ष पुत्र दीपक कुमार भी पिछले पांच दिनों से बुखार से पीड़ित था। उसकी हालत बिगड़ी तो परिजन पहले उसे धामपुर ले गए, जहां से उसे मुरादाबाद के लिए रेफर कर दिया गया। इलाज के बाद भी हालत नहीं सुधरी तो परिजन उसे मेरठ के अस्पताल में ले गए। जहां शनिवार रात उसने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। गांव में एक रात में हुई दो मौत से ग्रामीणों में दहशत है तो परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं, क्षेत्र के गांव तेलीपुरा निवासी संगीता 29 वर्ष पत्नी कोमल कुमार भी चार पांच दिन से बुखार से पीड़ित थी। बुखार के बाद चिकित्सकों ने उसे डेंगू होने की पुष्टि की। उसका इलाज अमरोहा में चल रहा था। शनिवार रात उसने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। क्षेत्र में बढ़ते बुखार और डेंगू के प्रकोप से ग्रामीण बेहाल है। एक ही परिवार के कई कई लोग बुखार से तप रहे हैं। गांव के कई लोग डेंगू ग्रस्त हैं। ग्रामीणों ने गांव में स्वास्थ्य टीम बुलाकर मरीजों की जांच कराने की मांग की है।