पुलिस लुकआउट नोटिस से अपराधियों की कर रही है घेराबंदी
बिजनौर, बिरेंद्र देशवाल। कानून के शिकंजे से बचने के लिए अपराधी विदेशों में पनाह लिए हुए हैं। उनकी घेराबंदी के लिए पुलिस ने लुकआउट नोटिस को हथियार बनाया है। भारत की सरजमीं पर उतरते ही वह कानून के फंदे में होंगे। इस वक्त तीन आरोपितों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी है। एक माह में एक गैंगस्टर और धोखाधड़ी के एक आरोपित को लुकआउट नोटिस के माध्यम से पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इस वक्त हत्या, आइटी एक्ट और जानलेवा हमले के तीन आरोपित गिरफ्तारी के डर से सऊदी अरब में पनाह लिए हुए हैं। इनके विरुद्ध बिजनौर पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। नोटिस देश के सभी एयरपोर्ट के रिकार्ड में दर्ज हो चुका है। इनमें एक आरोपित चांदपुर के मोहल्ला बाजार निवासी गुलफाम है। उसने सऊदी अरब में रहते हुए एक भाजपा नेता का फर्जी अश्लील वीडियो 2018 में वायरल किया था। गुलफाम के खिलाफ चांदपुर थाने में मुकदमा दर्ज है। पुलिस से बचने के लिए वह अभी विदेश से नहीं लौटा है। गुलफाम के खिलाफ जनवरी 2021 और दिसंबर 2021 में लुकआउट नोटिस जारी हुआ है। स्योहारा के अबरपुर हरौली निवासी कौलेंद्र कुमार पर जानलेवा हमले और दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज है। वह भी सऊदी अरब में रह रहा है। 22 मई को उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा बढ़ापुर थाना क्षेत्र के मोहल्ला चमरान निवासी अश्वनी कुमार पर 2019 में हत्या की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज हुआ था। वह भी सऊदी अरब में है। 23 मार्च 2022 को उसके खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी किया गया।
एक माह में दबोचे गए दो आरोपित
नगीना में मुस्लिम चिंट फंड में करोड़ों के गबन का मुख्य आरोपित फैजी 10 जनवरी से फरार था। पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। 11 अप्रैल को वह जयपुर एयरपोर्ट से विदेश भागने की फिराक में था। तभी पुलिस ने दबोच लिया। तीन दिन पूर्व मंडावर के मोहल्ला अफगानान निवासी गैंगस्टर सईद अहमद को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था, वह सऊदी अरब में रह रहा था।
इनका कहना है...
हाल ही में दो आरोपितों को लुकआउट नोटिस के माध्यम से एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है। कुछ और आरोपितों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी है। उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। लुकआउट नोटिस की समय सीमा एक साल की होती है।
-डा. धर्मवीर सिंह, बिजनौर।