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आंदोलन ने सरकार को याद कराए किसान: राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को बिजनौर में कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चलाए जा रहे आंदोलन की वजह से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसान का नाम लेने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने कहा कि कम से कम किसान को 600 रुपये गन्ना मूल्य मिलना चाहिए। अगर इस बार गन्ना मूल्य में 100 रुपये की वृद्धि हो जाए तो किसान का कुछ भला होगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 06:39 AM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 06:39 AM (IST)
आंदोलन ने सरकार को याद कराए किसान: राकेश टिकैत
आंदोलन ने सरकार को याद कराए किसान: राकेश टिकैत

जेएनएन, बिजनौर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को बिजनौर में कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चलाए जा रहे आंदोलन की वजह से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसान का नाम लेने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने कहा कि कम से कम किसान को 600 रुपये गन्ना मूल्य मिलना चाहिए। अगर इस बार गन्ना मूल्य में 100 रुपये की वृद्धि हो जाए, तो किसान का कुछ भला होगा।

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लक्सर जाते समय टिकैत कुछ देर के लिए रसीदपुर गढ़ी में भाकियू कार्यालय पर रुके। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसान तंग हालात में हैं। बेरोजगारी बढ़ी है। प्रधानों और कोटेदारों पर दबाव बनाकर मुख्यमंत्री की सभाओं में भीड़ जुटाई जा रही है। गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए कमेटी गठित की गई। जब मूल्य घोषित होगा, तब देखा जाएगा। फार्मूला बैठ रहा है कि किसान को 600 रुपये प्रति कुंतल गन्ना मूल्य मिलना चाहिए। भाकियू की पंचायत के जवाब में गठवाला खाप की पंचायत होने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि एमएसपी पर किसान की फसल नहीं खरीदी जा रही है, जबकि व्यापारियों से फसल एमएसपी पर खरीदी जा रही है। सरकार कागजों में फर्जी रोजगार दिखा रही है। आंदोलन के सामने सरकार के झुकने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि यह मोदी सरकार है। इस सरकार को पूंजीपति चला रहे हैं। किसान आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा, चाहे बात मनवाने के लिए कितना ही वक्त क्यों न लगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा झूठ बोलने पर सरकार को गोल्ड मेडल देगा। दिगंबर सिंह, कुलदीप सिंह, अतुल प्रधान मौजूद रहे।


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