सपाइयों ने भरी हुंकार, पुलिस ने की घेराबंदी
बिजनौर जेएनएन। सपा के प्रदर्शन पर पुलिस की घेराबंदी रही। सपा कार्यालय पर पुलिस की घेराबं
बिजनौर, जेएनएन। सपा के प्रदर्शन पर पुलिस की घेराबंदी रही। सपा कार्यालय पर पुलिस की घेराबंदी रही। जिलाध्यक्ष के आवास पर पुलिस का सुबह से ही पहरा रहा। अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं के साथ घर के गेट पर धरना दिया। एसडीएम और सीओ ने मौके पर पहुंचकर ज्ञापन लिया। सोमवार को सपा का भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ तहसील स्तर पर धरना-प्रदर्शन का एलान किया गया था। जिससे रोकने के लिए जिलेभर में सुरक्षा व्यवस्था की गई। सपा के कैंप कार्यालय पर भी पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किए गए। सुबह से सपा के जिलाध्यक्ष राशिद हुसैन के आवास पर पुलिस का पहरा रहा। उन्हें घर के अंदर नजरबंद कर दिया गया। इस पर उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ गेट पर ही धरना दिया। सूचना पर एसडीएम विक्रमादित्य सिंह मलिक और सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता मौके पर पहुंच गए। उन्होंने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में सरकार पर आरोप लगाया कि उनकी गलत नीतियों से कोरोना बढ़ा है। किसान, नौजवान, बुनकर और समाज के दूसरे कमजोर वर्गों की उपेक्षा की गई है। बेमौसम बरसात ओर बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा नहीं बंट पाया। कोरोना काल में सरकार उचित व्यवस्था नहीं कर पाई। प्रदेश और देश में बेरोजगारी का आलम है। इस दौरान अहमद खिजर खान जिला प्रवक्ता, अखलाक पप्पू, राधा सैनी, प्रभा चौधरी, डा. रमेश तोमर, रामगोपाल समेत कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।
नगीना विधायक ने दिया ज्ञापन
नगीना : नगर के अंबेडकरनगर स्थित विधान मनोज पारस के आवास पर काफी संख्या में कार्यकर्ता एकत्र हुए। सभी के हाथों में तख्ती थी। इसके बाद सपा विधायक और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए आंबेडकर तिराहे पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। तिराहे पर सभा का आयोजन कर राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम विनोद कुमार गौड़ को सौंपा। कुछ देर बाद धरना-प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ता लौट गए। धर्मेंद्र पारस, सुधीर राठी, सरफराज अंसारी, ब्रह्मपाल सिंह, शिवकुमार गोस्वामी, महेंद्र सिंह समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
पुलिस के पहरे के बीच नहीं हो सका विरोध प्रदर्शन
चांदपुर: कृषि विधेयक समेत अन्य मुद्दों के विरोध में होने वाला सपाइयों का विरोध प्रदर्शन पुलिस के पहरे के बीच दबकर रह गया। जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा तो कई सपा नेताओं को पुलिस ने पहले ही घरों व अन्य स्थानों पर नजरबंद कर दिया। इसका नतीजा यह रहा है कि चंद सपाई ही पुलिस को ज्ञापन सौंप सके। सपा नेता तहसील में एकत्र हुए। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंच गई। जिस पर पुलिस ने वहां से डा. लाखन सिंह पाल, वीके कश्यप एड. नाजिम खान, केशव यादव, शेख रईस अहमद को हिरासत में ले लिया गया। शाम को चार के बाद उन्हें वहां से छोड़ा गया।