सोगवारों ने रिवायती अंदाज में किया मुहर्रम जुलूस का खैरमकदम
बिजनौरजेएनएन। आठवीं मुहर्रम पर सरकारे हुसैनी का कदीमी जुलूस ए अलम रविवार को बुखारा स्थित इमाम बाड़े से बरपा गया। जुलूस का ग्राम पेदी में अंजुमन अब्बासिया ने सोगवारों का रिवायती अंदाज में खैरमकदम किया।
सोगवारों ने रिवायती अंदाज में किया मुहर्रम जुलूस का खैरमकदम
बिजनौर,जेएनएन। आठवीं मुहर्रम पर सरकारे हुसैनी का कदीमी जुलूस ए अलम रविवार को बुखारा स्थित इमाम बाड़े से बरपा गया। जुलूस का ग्राम पेदी में अंजुमन अब्बासिया ने सोगवारों का रिवायती अंदाज में खैरमकदम किया।
ग्राम पेदी पहुंचे मुहर्रम जुलूस के बाद तीन मजलिस बरपा की गई। जिसमें मौलाना मोहम्मद मेराज ने कहा कि अली के बेटे और हुसैन के भाई अब्बास जो कर्बला में हुसैन की छोटी सी फौज, जिसकी संख्या मात्र 72 थी के सेनापति थे। जब यजीद ने इमाम हुसैन का पानी बंद कर दिया तब हुसैन के बच्चे प्यास से बेहाल हो गये। अब्बास से बच्चों की प्यास नहीं देखी गई। और उन्होंने हुसैन से जंग की आज्ञा मांगी। हुसैन ने जंग की आज्ञा नहीं दी, लेकिन हुसैन ने दरिया ए फरात से पानी लाने की आज्ञा दे दी ताकि प्यासे बच्चों को पानी पिलाया जा सके। अब्बास मश्कीजा लेकर फरात पर पहुंचे और पानी भरा। इसी दौरान जालिमों ने चारों ओर से उन्हें घेर लिया। तीन दिन का भूखे प्यासे अब्बास के हाथ कलम कर दिए गये। पानी नहीं पहुंचने के कारण हुसैन के बच्चे प्यासे ही रह गये। मरसिया ख्वानी शबीउल हसन, मजर हसन व अहमद रजा ने की। नोहा ख्वानी लख्ते हसन, कामरान सलमान, मोहम्मद साजिद, फैसल ने की। मजलिस में हसन जाफर, ताहिर हसन, रूहुल हसनैन, फिरदौस रजा, मोहसिफ हसन, मुजाहिद हसन, मोहम्मद अफरोज, अब्बास हसन मेहंदी, अहसन नवाब, हसन इमाम एवं तनवीर रजा आदि मौजूद रहे।
--------------
-अनिल खन्ना-