सिर पर हेलमेट होगा तो बच सकती है जान
बिजनौर: हादसों के लिए बदनाम बिजनौर में यातायात नियमों की पालन नहीं करना सबसे बड़ा कारण ह
बिजनौर: हादसों के लिए बदनाम बिजनौर में यातायात नियमों की पालन नहीं करना सबसे बड़ा कारण है। अधिकांश हादसों में मौत का कारण बाइक सवार की सिर पर हेलमेट नहीं होना होता है। आइएसआइ मार्क्ड हेलमेट का इस्तेमाल नहीं होने की वजह से बाइक सवारों की जान चली जाती है। दूसरी ओर सीट बेल्ट नहीं बंधी होने से कई बार दुर्घटना में गंभीर चोटे आती हैं।
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना चालकों का शगल है। बेतरतीब वाहन चलाना, खराब सड़कें व ब्लॉक स्पॉट व नशे में वाहन चलाने की वजह से बिजनौर में हर साल चार सौ लोगों की हादसों की वजह से जान चली जाती है। जीवन को सुरक्षित रखने के लिए बाइक सवार को हेलमेट का इस्तेमाल करना चाहिए। कई लोगों की मौत सिर्फ सिर में चोट लगने से हुई है। इसलिए बाइक पर बैठाने से पहले हेलमेट पर लगाना आवश्यक है। टीएसआइ सुरेंद्र ¨सह ने बताया कि कभी-कभी हेलमेट होने की बावजूद चालक की जान चली जाती है। इसकी वजह सिर पर नकली हेलमेट होना है। चूंकि वह दुर्घटना की तीव्रता को नहीं रोक पाता है और टूट जाता है। इसलिए बाइक चालक को हमेशा आइएसआइ मार्क्ड हेलमेट पहना चाहिए। आइएसआइ मार्क्ड हेलमेट करीब 11 सौ से लेकर दो हजार रुपये तक मिलते हैं। यह हेलमेट हादसे की समय चोट की तीव्रता को सत्तर प्रतिशत कम करते देते हैं। यातायात के समय बच्चों को हेलमेट पहनना चाहिए। बच्चों को अगली सीट पर बैठाने से बचना चाहिए
चालक को कार चलाते समय बच्चों को अगली सीट पर नहीं बैठाना चाहिए। क्योंकि अगली सीट पर बच्चे बैठे होने से चालक का ध्यान भटकता है। बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने से चालक की एग्राकता भंग होती है। वहीं सीट बेल्ट भी बच्चों के उपयुक्त नहीं होती है। वह सीट बेल्ट के नीचे से निकल जाते हैं। हेलमेट पर चला अभियान
शहर कोतवाली में हेलमेट के खिलाफ अभियान चलाया गया है। हेलमेट नहीं होने व यातायात नियमों का उल्लंघन पर करीब सवा लाख का शमन शुल्क वसूला गया। दर्जनभर बाइकों को सीज किया गया है। मंगलवार सुबह चार बजे से वाहनों की चे¨कग की गई। शहर कोतवाली के सामने बाइकों की चे¨कग की गई। इन्होंने कहा..
सुरक्षा यातायात सप्ताह के अलावा समय-समय पर वाहन चालकों को सीट बेल्ट बांधने व हेलमेट पहनने के लिए जागरूक किया जाता है। शासन के आदेश पर बुधवार को चे¨कग अभियान चलाया जाता है। हेलमेट को लेकर पुलिस व आरटीओ विभाग गंभीर है।
आर के चौबे, एआरटीओ प्रवर्तन