भूमि को कब्जामुक्त कराने को लेकर धरना-प्रदर्शन
डा. दिनेश का कहना है कि जैतरा फाटक के पास उनकी कुछ भूमि है। इस भूमि पर भूमाफिया ने कुछ लोगों का अवैध रूप से कब्जा करा दिया है। उनका कहना है कि यह भूमि उन्हें व्यवसाय के लिए नगरपालिका से आवंटित की गई थी।
धामपुर : जैतरा रेलवे फाटक के पास स्थित भूमि का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक पक्ष ने भूमि को कब्जामुक्त कराने को लेकर धरना-प्रदर्शन किया तथा एसडीएम को ज्ञापन भी दिया।
जैतरा रेलवे फाटक के पास स्थित भूमि पर मालिकाना हक हो लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। नहटौर रोड निवासी डा. दिनेश कुमार ने दर्जनों ग्रामीणों को लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए। बाद में एसडीएम वीरेंद्र कुमार मौर्य व भूमि पर मालिकाना हक जता रहे डा. दिनेश के बीच वार्ता हुई। डा. दिनेश का कहना है कि जैतरा फाटक के पास उनकी कुछ भूमि है। इस भूमि पर भूमाफिया ने कुछ लोगों का अवैध रूप से कब्जा करा दिया है। उनका कहना है कि यह भूमि उन्हें व्यवसाय के लिए नगरपालिका से आवंटित की गई थी। वह पिछले 15 वर्षो से इसका किराया भी नगर पालिका में जमा करते आ रहे हैं। आरोप है कि कुछ लोग इस भूमि पर अपना स्वामित्व जता रहे हैं। उन्होंने इसके विरोध में एसडीएम कार्यालय परिसर में प्रदर्शन करते हुए जमीन कब्जामुक्त कराने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में दिनेश कुमार, चमनो देवी, सीमा रानी, पवन देवी आदि शामिल रही।
बताते चलें कि इस भूमि पर पिछले तीस वर्षों से आधा दर्जन लोग खोखेनुमा दुकान बनाकर अपना व्यवसाय कर रहे थे। आरोप है कि चार दिन पूर्व रात के समय खोखों को जेसीबी से तुड़वा दिया गया था। मालिकाना हक जता रहे डा. दिनेश कुमार सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज है।
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मामला कोर्ट में विचाराधीन
एसडीएम वीरेंद्र कुमार मौर्य का कहना है कि नगरपालिका की जिस भूमि पर खोखे रखे हुए है, मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में वह किसी की पक्ष की कोई मदद नहीं कर सकते। उन्होंने दोनों पक्षों में आपस में वार्ता कर विवाद सुझाने का सुझाव दिया है।