मेडिकल कॉलेज में बंदी की मौत, मारपीट का आरोप
बिजनौर: हत्या के मामले में जिला कारागार में बंद बंदी की मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतका की पत्नी का आरोप है कि उसके पति से जेल में काम कराया गया है और जेल कर्मियों ने मारपीट की है। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। मृतक की पत्नी ने पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई की मांग करते हुए प्रार्थनापत्र दिया है।
बिजनौर: हत्या के मामले में जिला कारागार में बंद बंदी की मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतका की पत्नी का आरोप है कि उसके पति से जेल में काम कराया गया है और जेल कर्मियों ने मारपीट की है। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। मृतक की पत्नी ने पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई की मांग करते हुए प्रार्थनापत्र दिया है।
किरतपुर थाना क्षेत्र के गांव मौजीपुर धर्मा निवासी देवराज ¨सह पुत्रवधू की दहेज हत्या के मामले में 19 जनवरी से जिला कारागार में बंद था। दस दिन पूर्व जेल में देवराज की तबीयत बिगड़ गई। देवराज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से पांच जनवरी को उसे मेडिकल कॉलेज, मेरठ में भर्ती कराया गया था। जहां सोमवार रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मंगलवार को मृतक की पत्नी उषा रानी परिजनों के साथ एसपी दफ्तर पर पहुंची। उसका आरोप है कि काम कराने के दौरान जेल कर्मियों ने उसके पति के साथ मारपीट की है। जिससे उसकी हालत बिगड़ी है। मेडिकल कॉलेज में उनसे बीस हजार रुपये लिए गए और दवाई बाहर से मंगवाई गई। महिला ने एसपी दफ्तर पर शिकायत पत्र देते हुए कार्रवाई की मांग की है। जेलर आकाश शर्मा ने बताया कि बंदी के पेट में दिक्कत थी। एक सप्ताह पूर्व उसे मेडिकल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद हालत बिगड़ने पर मौत हो गई। मारपीट का आरोप गलत है। ऐसा हुआ है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।