एटीएम लूटने का प्रयास करने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार
तीन कुछ दूरी पर सड़क और चौराहे पर खड़े हो गए। सभी एक दूसरे से फोन के माध्यम से जुड़े थे। एटीएम तोड़ने के तोड़ने कान में लीड लगा रखी थी। एक दूसरे को दिशा-निर्देश दे रहे थे। चौराहे पर खड़े बदमाशों को सिर्फ पुलिस की गाड़ी की निगरानी करनी थी। कोई भी गाड़ी उस मार्ग से आती तो वह बता देते थे। सूचना पर बदमाश शटर को नीचे गिरा देते थे।
बिजनौर, जेएनएन। धामपुर पुलिस ने चार दिन पूर्व एटीएम लूटने की कोशिश करने वाले गिरोह के तीन बदमाशों को पकड़ा है, जबकि पंजाब के तीन बदमाश फरार हैं। घटना को अंजाम देने से पहले बदमाशों ने यूट्यूब पर एटीएम मशीन तोड़ने की जानकारी हासिल की थी।
बीस फरवरी की रात धामपुर स्थित यूको बैंक का एटीएम तोड़कर रकम लूटने का प्रयास हुआ था। इसका मुकदमा धामपुर कोतवाली में दर्ज हुआ। सोमवार को एसपी संजीव त्यागी ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि एटीएम तोड़ने की घटना में नगीना के गांव पुरैनी निवासी जितेंद्र, उत्तराखंड के जनपद उधमसिंह नगर के गांव हरियावाला निवासी मोहित और संगम को गिरफ्तार किया गया। गैंग में शामिल पंजाब के जिला तरनतारन बाबा बीडी चांद कॉलोनी गोइंदवाल निवासी निर्मल, कल्लाह गांव निवासी राजविंदर व रमन सिंह उर्फ रिक्की फरार हैं। गिरफ्तार आरोपितों के पास से सब्बल और लोहे की रॉड मिली हैं। एसपी देहात संजय कुमार ने बताया कि सभी आरोपित काशीपुर (उत्तराखंड) की एक फैक्ट्री में काम करते थे। आठ दिन पूर्व उन्होंने एटीएम लूटने की योजना बनाई। उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो देखकर एटीएम तोड़ने का तरीका सीखा। वारदात के दौरान उन्होंने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए थे। कुछ घटना कैमरे में कैद हो गई थी। फरार बदमाश एटीएम पर काम कर चुके हैं। इससे पहले भी उन्होंने एटीएम से कैश लूटने का प्रयास किया था।
शातिराना अंदाज में रची साजिश
वारदात से पहले बदमाश काशीपुर में एकत्र हुए। पहले वह बस से नगीना गए थे। वहां एटीएम में गार्ड मौजूद था। इसके बाद वह बस से ही धामपुर पहुंचे और एटीएम की तलाश की। काफी देर बाद उन्हें बिना गार्ड के एक एटीएम मिला। करीब दो बजे तीन बदमाश एटीएम तोड़ने लगे, जबकि तीन बदमाश सड़क और चौराहे पर खड़े होकर निगरानी करने लगे। इस दौरान कोई भी गाड़ी उस मार्ग से आती तो वह साथियों को बता देते थे और एटीएम में मौजूद बदमाश शटर नीचे गिरा देते थे। सभी फोन के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े हुए थे। एटीएम तोड़ने के दौरान बदमाशों ने कान में इयर फोन भी लगा रखे थे और एक दूसरे को दिशा-निर्देश दे रहे थे। हालांकि बदमाश कैश तक नहीं पहुंच पाए थे।