गंगा की धार से दो-दो हाथ कर रहीं ओवरलोडेड नावें
बिजनौर : नदियों में हो रहे नाव हादसों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ओवरलोडेड नावों के संचालन
बिजनौर : नदियों में हो रहे नाव हादसों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ओवरलोडेड नावों के संचालन पर रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं लेकिन जिले में इन आदेशों का कोई असर होते नहीं दिख रहा। यहां तक कि डैबलगढ़ में हुए नाव हादसे के बाद प्रशासन ने नाविकों को जो सेफ्टी जैकेट दी थी उनका भी उपयोग नहीं किया जा रहा। लगातार हो रहे हादसों से भी लोग सबक लेने को तैयार नहीं हैं।
संसू, मंडावर : रोजाना राजारामपुर, डैबलगढ़, रघुनाथपुर, चाहड़वाला, बीरूवाला, मिर्जापुर सिमली, कोहरपुर, मीरापुर, कुन्दनपुर, मार्केण्डेयपुरम आदि गांवों के सैकड़ों लोग नाव से गंगा पार कर अपने खेतों में जाते हैं और काम निपटाने के बाद लौटते हैं। नाविक बड़ी संख्या में लोगों को नाव में सवार कर लेते हैं। उधर बरसात के सीजन में गंगा भी उफान पर होती है। इससे हर साल नाव डूबने के हादसे होते हैं। 24 अगस्त को ही ग्राम राजारामपुर, डैबलगढ़ के सामने 27 महिला-पुरुषों व चारे से भरी ओवरलोडेड नाव गंगा में पलट गयी थी। इनमें पांच महिलाओं के शव मिल चुके हैं जबकि पांच लापता हैं। बाकी को बचा लिया गया था। इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों को ओवरलोडेड नाव का संचालन रोकने के आदेश दिए थे लेकिन इस पर रोक नहीं लग रही है। कार्यवाहक थानाध्यक्ष सुभाष धनकड़ ने का कहना है कि नाविकों को समझाया गया है लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हैं।
छोटी कश्तियों में ढोते हैं बड़ा बोझ
संसू, बेगावाला : शहर से करीब सात किलोमीटर गंगा के मुहाने पर बसे रावली-ब्रह्मपुरी गांव में हर साल बाढ़ आती है। लोगों ने अपनी नाव रखी हैं। गंगा पार करने का यही एक मात्र साधन नाव ही है। गांव में 10 गुणा 3 फिट से लेकर 30 गुणा 8 फिट तक की दो दर्जन से अधिक नाव हैं। इन नावों के सहारे ही लोगों के अलावा ट्रैक्टर व अन्य उपकरण तक गंगा के पार लेजाए एवं लाए जाते हैं।कई बार छोटी कश्तियों में बड़ा बोझ भर लिया जाता है। इससे हादसे की आशंका रहती है। नाव चालक पवन कुमार का कहना है कि 10 गुणा 3 फिट की नाव आठ से दस कुंतल तथा 30 गुणा 8 फिट की नाव 28 से 30 कुंतल वजन ले जा सकती है। जैकेट का नहीं कर रहे प्रयोग
बिजनौर : कुछ दिन पूर्व डैबलगढ़ व राजारामपुर क्षेत्र के 60 नाविकों को सेफ्टी जैकेट वितरित करते हुए उन्हें कहा गया था कि नाव से गंगा पार करने वाले लोग को सेफ्टी जैकेट जरूर पहनाएं लेकिन इसके बावजूद कोई भी जैकेट नहीं पहन रहा है। कुछ नाव चालकों ने बताया कि कुछ ही नाविकों को जैकेट दी गई हैं। इन्होंने कहा..
नाव चालकों को क्षमता से अधिक लोगों को नहीं बैठाने की हिदायत दी गई है। इसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। जिन्हें नाविकों को सेफ्टी जैकेट दी गई थी यदि वह उसका प्रयोग नहीं कर रहे हैं तो इसे भी दिखवाया जाएगा।
- बृजेश कुमार, एसडीएम सदर।