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आचार संहिता लागू, नहीं हुआ समाधान दिवस

बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से द्विवार्षिक निर्वाचन तीन दिसंबर को होने की वजह से जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से मंगलवार को संपूर्ण समाधान का आयोजन नहीं किया गया। वहीं शनिवार को थाना दिवस भी नहीं होगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 10:24 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 10:24 PM (IST)
आचार संहिता लागू, नहीं हुआ समाधान दिवस
आचार संहिता लागू, नहीं हुआ समाधान दिवस

जेएनएन, बिजनौर। बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से द्विवार्षिक निर्वाचन तीन दिसंबर को होने की वजह से जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से मंगलवार को संपूर्ण समाधान का आयोजन नहीं किया गया। वहीं शनिवार को थाना दिवस भी नहीं होगा।

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बरेली-मुरादाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में बिजनौर जनपद भी शामिल है। मतदान की सभी तैयारी पूरी हो चुकी है। तीन दिसंबर को मतदान होगा। इस कारण जिले में आदर्श आचार संहिता लागू है। आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से प्रशासनिक एवं पुलिस अफसरों की निजी कार्यक्रमों में भागीदारी पूर्ण रूप से बंद है। वहीं विकास कार्यों पर भी रोक लगी हुई है। मंगलवार को चांदपुर तहसील में डीएम की अध्यक्षता और अन्य तहसीलों में संबंधित अधिकारियों की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान होना था, कितु आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से संपूर्ण दिवस आयोजित नहीं किया गया। वहीं शनिवार को थाना स्तर थाना दिवस नहीं होगा। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रमोद कुमार ने जिले में आदर्श आचार संहिता लागू होने की पुष्टि करते हुए बताया कि अब दिसंबर माह में संपूर्ण समाधन दिवस और थाना दिवस का आयोजन किया जाएगा।

पांच गांवों में हुआ ड्रोन से सर्वेक्षण

नूरपुर: मंगलवार को तहसीलदार सुनील कुमार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने ब्लाक के गांव मंडौरा, असदपुर, धमरौली, कुंडा, बल्दाना शफीपुर में केंद्र सरकार द्वारा अधिकृत ड्रोन सर्वे टीम के साथ ड्रोन सर्वेक्षण किया।

तहसीलदार सुनील कुमार ने बताया कि गांव-गांव स्वामित्व योजना के तहत सर्वे किया जा रहा है। जो पंचायती राज मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है। इसकी शुरुआत 24 अप्रैल 2020 को पंचायती राज दिवस पर की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इस योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में घर के मालिक को अधिकार अभिलेख और प्रोपर्टी कार्ड उपलब्ध कराना है। सर्वेक्षण कार्य के दौरान कानूनगो खचेडू सिंह, लेखपाल नरेंद्र सिंह आदि राजस्व कर्मी शामिल रहे।


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