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दर्जनभर गांवों में खौफ का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में फंसा

करीब एक दर्जन गांवों में गुर्राता घूम रहा गुलदार आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार का खौफ इतना था कि लोग खेत पर जाने से बच रहे थे।

By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 01:46 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 01:46 PM (IST)
दर्जनभर गांवों में खौफ का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में फंसा
दर्जनभर गांवों में खौफ का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में फंसा
बिजनौर (जेएनएन)। एक दर्जन गांवों में पिछले दो माह से भय का पर्याय बना गुलदार आखिरकार शाहपुर जमाल गांव के जंगल में लगे पिंजरे में फंस गया है। ग्रामीणों की सूचना पर डीएफओ बिजनौर व विभाग के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और गुलदार को अमानगढ़ टाइगर वन रेंज ले गए। उधर प्रधान मुख्य संरक्षक वन्यजीव लखनऊ से गुलदार को वन रेंज में छोड़ने की अनुमति मांगी गई है।
पिंजरा लगाने की मांग की थी
अफजलगढ़ क्षेत्र के शाहपुर जमाल, मौसमपुर, धर्मपुरा, सिरियावाली, माननगर, उदयपुर सहित एक दर्जन गांवों में गुलदार ने खौफ फैला रखा था। इन गांवों के लोगों ने डीएफओ बिजनौर डा. एम सेम्मारन, एसडीओ हरि सिंह, रेंजर राकेश कुमार आदि से गुलदार को पकड़वाने की मांग की थी। इस पर वन विभाग अधिकारियों ने एक सप्ताह पूर्व शाहपुर जमाल में पिंजरा लगाया था।
रात में फंसा
सोमवार रात किसी समय गुलदार पिंजरे में फंस गया। ग्रामीण मंगलवार सुबह गुलदार के गुर्राने की आवाज सुनकर वहां पहुंचे और उसके पिंजरे में फंसने की सूचना एसडीओ व रेंजर को दी। दोनों अधिकारियों ने इसकी सूचना वनसंरक्षक मुरादाबाद आरपी वर्मा और डीएफओ बिजनौर को दी। वन अधिकारी पिंजरे सहित गुलदार को लेकर अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज पहुंच गए हैं। विभागीय अधिकारियों ने गुलदार को वन रेंज में छोड़ने के लिए प्रधान मुख्य वनसंरक्षक वन्यजीव लखनऊ पवन कुमार से स्वीकृति मांगी है।

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