विषम परिस्थितियों में कर्तव्य निभा रहे कर्मयोद्धा
कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सरकार ने लॉक डाउन-4 में कई प्रकार छूट दी हैं। इसके चलते बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों में फंसे प्रवासी कामगार वापस लौट रहे हैं।
बिजनौर जेएनएन। लॉकडाउन-4 में बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों में फंसे प्रवासी कामगार घर वापस लौट रहे हैं। उनके स्वास्थ्य परीक्षण के बाद कोरोना पॉजिटिव मामलों में बढ़ोत्तरी होती दिख रही है, ऐसे में स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अधिक सतर्क हो गया है। इस स्थिति में हमारे कर्मयोद्धाओं की जिम्मेदारी और बढ़ गई है।
बाजार खुलने और लोगों की आवाजाही होने से भी संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है। कर्मयोद्धा के रूप में सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के कर्मी निभा रहे हैं। डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ के साथ ही एंबुलेंस चालक भी डटे हुए हैं। पीएचसी में महाराष्ट्र, गुजरात व अन्य राज्यों से आने वाले कामगारों का रोजाना स्वास्थ्य परीक्षण हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक रोजाना 100 से 125 लोगों का पीएचसी में परीक्षण किया जा रहा है। रेंडम सैंपल भी लिए जा रहे हैं। संक्रमण के खतरे के बीच ही स्वास्थ्यकर्मी अपने स्वास्थ्य की चिता न करते हुए मोर्चे पर डटे हुए हैं। दूसरी ओर, नगर पालिका और ग्राम पंचायतों के सफाईकर्मी भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। शहर और गांव को स्वच्छ बनाकर संक्रमण से बचाव रखने के लिए पूरे दिन सफाई में जुटे रहते हैं।