ग्रामीणों ने कांवड़ियों की राह में बिछाया पुल
शेरकोट (बिजनौर) : नया गांव के ग्रामीणों ने कांवड़ियों की सेवा में मिसाल कायम की है। ग्रामी
शेरकोट (बिजनौर) : नया गांव के ग्रामीणों ने कांवड़ियों की सेवा में मिसाल कायम की है। ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से खो नदी पर अस्थाई पुल बनाकर कांवड़ियों की राह को आसान कर दिया। पुल निर्माण के बाद इस मार्ग से नगीना से अफजलगढ़ दिशा में जाने वाले शिवभक्तों को 20 किमी कम दूरी तय करनी पड़ेगी। इस पुल से कांवड़ियों का रैला गुजर रहा है।
हरिद्वार से अफजलगढ़, जसपुर, काशीपुर, रुद्रपुर, रामनगर, हल्द्वानी आदि स्थानों की ओर जाने वाले शिव भक्त कांवड़ियों ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है। इस दिशा में जाने वाले शिव भक्तों की सुविधा के लिए क्षेत्र के नया गांव में ग्रामीणों ने आपसी चंदा कर खो नदी पर अस्थाई पुल तैयार किया है। पुल तैयार होने के बाद इन स्थानों को जाने वाले शिवभक्त नगीना से ही हाईवे को छोड़ ग्रामीण इलाकों से होते हुए सीधा शेरकोट पहुंच रहे हैं। इस मार्ग से यात्रा करने वाले शिवभक्तों का सफर करीब 20 किलोमीटर कम हो गया है। पुल की देखरेख में जुटे शेर ¨सह, डा. अनिल, हरज्ञान ¨सह, महेंद्र ¨सह, कृपाल ¨सह, मेहर ¨सह, राजीव कुमार, नरेंद्र ¨सह आदि ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष वह कांवड़ यात्रा के दौरान इस अस्थायी पुल का निर्माण शिव भक्तों की सुविधा के लिए करते हैं। इसकी एवज में शिवभक्तों से कोई वसूली नहीं की जाती है। इस पर आने वाला पूरा खर्च खुद ग्रामीण आपसी धन संग्रह कर जुटाते हैं। उन्होंने पर पुल पर पैदल शिव भक्तों को ही चलने की अनुमति दिए जाने की बात कही। पुल के जरिए दुपहिया व चार पहिया वाहनों का संचालन नहीं होने की बात उन्होंने कही।