अस्वस्थ बच्चों सेवा में जुटी जर्मनी की फिजियोथेरेपिस्ट
नजीबाबाद(बिजनौर): नीयत नेक हो तो मंजिल आसान हो जाती है। जी हां, प्रेमधाम आश्रम में शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चों की नि:स्वार्थ सेवा में एक अनूठी कड़ी जुड़ गई। जर्मनी की अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट प्रेमधाम आश्रम पहुंचकर अस्वस्थ बच्चों को शारीरिक एवं मानसिक कसरत करा रही हैं।
नजीबाबाद(बिजनौर):
नीयत नेक हो तो मंजिल आसान हो जाती है। जी हां, प्रेमधाम आश्रम में शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चों की नि:स्वार्थ सेवा में एक अनूठी कड़ी जुड़ गई। जर्मनी की अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट प्रेमधाम आश्रम पहुंचकर अस्वस्थ बच्चों को शारीरिक एवं मानसिक कसरत करा रही हैं।
नजीबाबाद में करीब एक दशक पहले प्रेमधाम आश्रम की आधारशिला रखी गई थी। उस समय शारीरिक एवं मानसिक रूप से अस्वस्थ चंद बच्चों का पालन पोषण करने वाले फादर शीबू थॉमस और फादर बेनी तकेकरा के कंधों पर आज तकरीबन 150 बच्चों की जिम्मेदारी है। उनकी इन जिम्मेदारियों में हाथ बंटाने के लिए जर्मनी से एक मेहमान फिजियोथेरेपिस्ट इना कोच प्रेमधाम आश्रम पहुंची हैं। 55 वर्षीय इना कोच बताती हैं कि उन्होंने भारत के बारे में बहुत कुछ सुना है, इसलिए वे भारत भ्रमण पर निकली हैं। संयोग से जर्मनी में चिकित्सीय सेवाओं से जुड़ी रहीं सिस्टर सुदीबा के नजीबाबाद में होने की जानकारी पर वे नजीबाबाद आ गईं।
अब इना कोच रोजाना सुबह-शाम शारीरिक एवं मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चों को व्यायाम करा रही हैं। फिजियोथेरेपिस्ट इना कोच कहती हैं कि वे जर्मनी में प्रैक्टिस करती हैं और उनका परिवार वहीं रहता है। प्रेमधाम आश्रम के संचालक फादर शीबू थॉमस, होली फैमिली कांवेंट स्कूल की प्रबंधक सिस्टर लीया पीटर एवं नर्स सिस्टर सुदीबा ने इना कोच का आभार व्यक्त किया।