बिजनौर में इंडोनेशिया के जमातियों ने क्वारंटाइन वार्ड में स्टाफ से की बदसलूकी Bijnore News
क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती इंडोनेशिया के जमातियों ने शुक्रवार शाम स्वास्थ्यकर्मियों से बदसलूकी की। डीएम व एसपी ने मौका मुआयना किया। सभी के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।
बिजनौर, जेएनएन। जिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती इंडोनेशिया के जमातियों ने शुक्रवार शाम स्वास्थ्यकर्मियों से बदसलूकी की। डीएम व एसपी ने मौका मुआयना किया। सभी के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं। प्रभारी मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने डीएम से प्रकरण की जानकारी ली।
दो कर्मचारी देने गए थे खाना
जिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में चौदह दिन के लिए 13 जमाती भर्ती हैं। इनमें 8 जमाती इंडोनेशिया के रहने वाले हैं। वह दो दिन पहले नगीना की एक मस्जिद में पकड़े गए थे, इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। शुक्रवार शाम दो कर्मी इन्हें वार्ड में खाना देने गए। इसी बीच इंडोनेशिया के जमातियों ने कर्मियों से बदसलूकी शुरू कर दी। अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए धक्का मुक्की का प्रयास किया।
मोबाइल भी किए गए जब्त
सीएमएस डा. ज्ञानचंद की सूचना पर डीएम रमाकांत पांडेय और एसपी संजीव त्यागी मौके पर पहुंचे। इन्होंने जमातियों को सख्त लहजे में अपना आचरण सुधारने की चेतावनी दी। इनके दस मोबाइल भी जब्त कर लिए गए हैं। वार्ड के गेट समेत जिला अस्पताल में कई प्वाइंटों पर पुलिस तैनात की गई है। बताया जा रहा है कि इंडोनेशिया के जमाती अधिक परेशान कर रहे हैं।
इनका कहना है
जिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती इंडोनेशिया के जमाती मानसिक तनाव में हैं। चिड़चिड़ापन होने की वजह से गुस्से में अनाप-शनाप बोल गए, उन्हें समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया है। रवैये में सुधार नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
- रमाकांत पांडेय, जिलाधिकारी बिजनौर।
निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर आई थी इंडोनेशियाई जमात
गाजियाबाद में अस्पताल में स्टाफ से हुई अभद्रता के बाद अब जिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में शुक्रवार को खाना लेकर पहुंचे कर्मचारियों से अभद्रता किए जाने के मामले के बाद से हड़कंप है। प्रथम ²ष्टया माना जा रहा है, कि कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नहीं मिलने की वजह से वार्ड में भर्ती इंडोनेशिया के जमाती तनाव में है। बीते मंगलवार को नगीना की एक मस्जिद में आठ इंडोनेशिया के जमाती मिले थे। उनके साथ एक ट्रांसलेटर और मौलवी भी था। सभी 19 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर नगीना आए थे। उन्हें जांच के बाद जिला अस्पताल में क्वारंटाइन कर दिया गया था।
सैंपल भेजा गया जांच को
इन सभी का कोरोना जांच के लिए सैंपल हायर सेंटर भेजा गया है। अभी तक इनकी रिपोर्ट नहीं आई है। इस वजह से सभी परेशान है। वहीं इंडोनेशिया के जमातियों की भाषा भी समझ नहीं आ रही है। पुलिस-प्रशासन का मानना है कि इसी वजह से उक्त लोग अपनी भाषा में अनाप-सनाप बोल रहे है, लेकिन मेडिकल स्टाफ से अभद्रता पर सरकार भी सख्त है। मुख्यमंत्री ऐसे मामलों में एनएसए की कार्रवाई किए जाने के निर्देश दे चुके हैं। इसलिए माना जा रहा है कि दोबारा हरकत की गई तो सख्त कार्रवाई की जा सकती है। आइसोलेशन वार्ड के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।