सुध लेने वाला कोई नहीं, अनदेखी का दंश झेल रही जनता
नजीबाबाद(बिजनौर): शहर की प्रमुख सड़कें तो बदहाल हैं ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी कदम कदम प
नजीबाबाद(बिजनौर): शहर की प्रमुख सड़कें तो बदहाल हैं ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी कदम कदम पर गड्ढों से शहरवासी परेशान हैं। हरिद्वार-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग की बदहाली दूर करने के प्रयास भी नहीं किए गए। हाईवे से गुजरने वाले वाहन गड्ढों से अनियंत्रित होकर नाले में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
नजीबाबाद के मालगोदाम तिराहे से रम्पुरा वाल्मीकि बस्ती तक हाईवे संकरा होने के साथ बाजार और आबादी क्षेत्र से जुड़ा है। मार्ग से हल्का व भारी यातायात गुजरने के साथ कासमियां इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कालेज, बालसदन मांटेसरी स्कूल सहित विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी, प्राइवेट हॉस्पिटल, सय्यद बादशाह की मजार, बाजार एवं कई सार्वजनिक स्थानों से जुड़े लोग इसी मार्ग से गुजरते हैं। मोटाआम क्षेत्र में संकरा हाईवे कई जगह बदहाल होने से स्थानीय राहगीर एवं बाहरी क्षेत्रों से आने वाले लोग परेशान हैं। बीते एक वर्ष में तीन बार भारी वाहन गड्ढों से अनियंत्रित होकर हाईवे के किनारे नाले में पहिया घुसने से पलट चुके हैं। वाहनों की टक्कर से मजार की दीवार और एक निजी दीवार गिर चुकी है। संयोग से कोई बड़ा हादसा पेश नहीं आया, लेकिन हर पल हादसे की आशंका से लोग सहमे रहते हैं। ये गड्ढे अक्सर मार्ग पर जाम का कारण भी बन जाते हैं।
दुकानदार नदीम बेग ने हरिद्वार मार्ग पर कृष्णा टाकीज चौराहा, मोटाआम एवं हरिद्वार मार्ग पर आबादी व व्यापारिक प्रतिष्ठानों के आसपास हाईवे बदहाल होने पर रोष जताया। उन्होंने बताया कि आए दिन होने वाले हादसों से उनके दिल में डर बैठ चुका है। मार्ग से गुजरते समय दहशत सी बनी रहती है।
मार्ग से जुड़ी वारस कांप्लेक्स निवासी पीयूष साहनी ने प्रशासन द्वारा बदहाल मार्ग की सुध न लेने पर ¨चता जताई। उनका कहना है कि छोटे से शहर की बदहाल सड़कों से प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि रोजाना गुजरते हैं, लेकिन मार्गों की हालत में सुधार की सुध न लेने ¨चता की बात है।