नहरों में पानी न आने से बढ़ी किसानों की मुश्किल
धामपुर (बिजनौर): एक माह से अधिक समय बीत गया, लेकिन नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया। इससे कि
धामपुर (बिजनौर): एक माह से अधिक समय बीत गया, लेकिन नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया। इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। किसान न तो पहले से खड़ी फसलों की ¨सचाई कर पा रहा है और न ही अगली फसलों की बुआई के लिए खेतों की तैयारी कर पा रहा है। किसानों ने विभागीय अफसरों से नहरों में पानी छोड़े जाने की मांग की है।
बरसात के मौसम के बाद सितंबर माह के आखिरी सप्ताह में नहरों का पानी बंद कर दिया गया था। पूरे अक्टूबर माह में नहर में पानी नहीं छोड़ा गया। क्षेत्र के जिन किसानों के पास नहरी पानी के अलावा अन्य कोई ¨सचाई के संसाधन नहीं हैं, उनकी फसलें पूरी तरह से सूखने की कगार पर हैं। यदि किसान इस बाबत कोई जानकारी लेने का प्रयास करते हैं तो विभागीय अफसर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते। धामपुर, स्योहारा, अफजलगढ़ आदि क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में सैकड़ों किसान नहरों से ही खेतों की ¨सचाई करते हैं। राजवीर ¨सह, पुष्पेंद्र ¨सह चौहान, समरपाल ¨सह, अर¨वद ¨सह, जबर ¨सह, दीपक चौहान, विश्वेंद्र ¨सह, विनोद कुमार आदि किसानों का कहना है लंबे समय से नहरों में पानी न आने से उनकी फसलें सूख रही हैं। इसके साथ ही उनके जो खेत खाली पड़े हैं, पलेवा न होने की वजह से उनमें गेहूं की बुआई भी नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने विभागीय अफसरों से जल्द ही नहरों में पानी छोड़े जाने की मांग की है। अधिशासी अभियंता रामबाबू ने बताया कि नहरों की सफाई का कार्य चल रहा है। कार्य पूरा होने के बाद ही नहरों में पानी छोड़ा जाएगा।