डग्गामारी पर नहीं लगी लगाम, जोखिम भरा सफर
नजीबाबाद(बिजनौर) क्षमता से ज्यादा सवारियों का ढुलान करने वाले वाहनों के संचालन पर लगाम नहीं लग सकी है। लोगों को परिवहन संसाधनों के अभाव में जान जोखिम में डालकर डग्गामार वाहनों में सफर करना पड़ रहा है।
नजीबाबाद(बिजनौर) : क्षमता से ज्यादा सवारियों का ढुलान करने वाले वाहनों के संचालन पर लगाम नहीं लग सकी है। लोगों को परिवहन संसाधनों के अभाव में जान जोखिम में डालकर डग्गामार वाहनों में सफर करना पड़ रहा है।
नजीबाबाद से हरिद्वार, कोटद्वार, बिजनौर व कोतवाली मार्ग समेत विभिन्न मार्गो पर प्राइवेट वाहन चलते हैं। अवैध अड्डों से चलने वाले इन डग्गामार वाहनों में वाहन चालकों द्वारा क्षमता से ज्यादा सवारियों को भरा जाता है। जिससे हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इन वाहनों के चालकों के अप्रशिक्षित होने, हरिद्वार, बिजनौर व कोतवाली मार्ग खस्ताहाल होने एवं चालकों के असुविधाजनक ढंग से बैठकर वाहन चलाने के कारण दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है।
शुक्रवार को हरिद्वार मार्ग पर प्राइवेट वाहन (छोटा हाथी) में क्षमता से दो से ढाई गुना ज्यादा सवारियों को नजीबाबाद तक लाया गया। इस वाहन की सीमित सीटों पर क्षमता से ज्यादा सवारियां पहले ही बैठी थीं, इसके बावजूद वाहन के पीछे और साइडों में भी सवारियां खतरनाक ढंग से लटकी थीं। प्रशासन के लिए इस तरह के वाहनों का संचालन रोकना खासा मुश्किल हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े लोगों रिकू, विजेंद्र, शशिनाथ, मोहम्मद अकबर व विपिन का कहना है कि गांवों से शहर आवागमन करने वाले लोगों के सामने परिवहन के उचित संसाधन नहीं होने के कारण उन्हें विवश होकर इन वाहनों पर ही निर्भर होना पड़ता है।
उधर, डग्गामार वाहनों के अवैध अड्डों को प्रशासन द्वारा पूर्व में हटवाया जा चुका है, लेकिन ये अड्डे आज भी शहर के बीच से गुजर रहे हाईवे पर अवैध रूप से चल रहे हैं। प्रशासन द्वारा न तो अड्डे हटवाए जा सके हैं, और न ही वाहनों द्वारा की जाने वाली यातायात अनियमितताओं से निपट सका है।