बिजनौर में सब कुछ थाना में ही, पत्नी को दिया एक साथ तीन तलाक और प्रेमिका से निकाह
बिजनौर कोतवाली में एक युवक ने थाना परिसर में पत्नी को फोन पर एक साथ तीन तलाक तलाक देने के बाद मौलवी को बुलवाकर दूसरा निकाह भी कर लिया।
बिजनौर (जेएनएन)। माना जाता है कि थाना प्रांगण में सब काम कानूनी होता है। सरकार ने तीन तलाक पर तीन साल की सजा का प्रावधान किया है, लेकिन बिजनौर कोतवाली पुलिस ने कल कानून को ही आईना दिखा दिया।
बिजनौर कोतवाली में एक युवक ने थाना परिसर में पत्नी को फोन पर एक साथ तीन तलाक तलाक देने के बाद मौलवी को बुलवाकर दूसरा निकाह भी कर लिया। दोनों पक्षों में समझौता होने पर 35 हजार रुपये मेहर की रकम भी पुलिस की मौजूदगी में अदा की गई। निकाह पढऩे की प्रक्रिया थाना प्रभारी के दफ्तर के ठीक सामने हुई। यह घटना पूरे क्षेत्र में इसकी चर्चा है लेकिन आला अधिकारियों से लेकर अधीनस्थ तक सब अनजान बने हैं।
बिजनौर के थाना प्रांगण में कल थाना में प्रेमी ने अपनी पत्नी को फोन पर एक साथ तीन तलाक दे दिया। इसके बाद अपनी प्रेमिका से निकाह भी कर लिया। अब पुलिस इस प्रकरण से अपना पल्ला झाडऩे में लगी है। थाने में पुलिस वालों ने प्रेमी और प्रेमिका का निकाह पढ़वाया। निकाह पढने से पहले प्रेमी ने अपनी पत्नी को थाने से ही फोन पर ट्रिपल तलाक दिया फिर दूसरा निकाह किया। निकाह पढऩे की रस्म भी थाने में प्रभारी निरीक्षक के कक्ष में निभायी गयी लेकिन इन सबके बीच पुलिस यह भूल गयी कि केंद्र सरकार ने अब ट्रिपल तलाक को अपराध मान लिया है। अब इस मामले में पुलिस कुछ भी बोलने से मना कर रही है। साथ ही मामले से ही इंकार कर रही है।
बिजनौर में कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के गांव बरुकी निवासी गुलफाम गांव की एक लड़की तरन्नुम से प्यार करता था। गुलफाम के घरवालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। उन्होंने गुलफाम की शादी हल्दौर थाना क्षेत्र के रहने वाली लड़की सल्तनत से तय कर दी थी। गुलफाम की शादी 15 जुलाई 2018 को सल्तनत के साथ हो गई थी। कल तरन्नुम अचानक से गुलफाम के घर पहुंच गई और गुलफाम से निकाह करने की जिद पर अड़ गई। घरवालों ने उसे समझाने की कोशिश की तो उसने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर थाने की पुलिस पहुंची और इसके बाद प्रेमी-प्रेमिका को थाने ले आई। समझौते का दौर शुरू हुआ और फिर गुलफाम ने प्रेमिका तरन्नुम की जिद को देखते हुए पत्नी को थाने से ही फोन कर ट्रिपल तलाक दे दिया।
तलाक की सूचना पर सल्तनत के घर वाले थाने पहुंच गए। पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया। इसके बाद मौलवी ने पुलिस की मौजूदगी में प्रेमी और प्रेमिका का निकाह थाने परिसर में करा दिया गया। साथ ही मेहर की रकम 35 हजार रुपया सल्तनत के परिवार के लोगों को दे दी गई। इन सब प्रक्रिया के साथ ही तलाक का एक वीडियो भी मोबाइल में रिकॉर्ड किया गया।
क्या कहना है पुलिस का
इस मामले पर पुलिस अधिकारीयों से सवाल हुआ तो सभी चुप हो गए। किसी ने भी कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। इसके साथ ही उच्चाधिकारियों ने तो मामले से ही इंकार कर दिया। थाना प्रभारी राकेश कुमार सिंह कहते हैं कि मामला जानकारी में नहीं है।
एसपी देहात विश्वजीत सिंह ने कहा कि मामला जानकारी में नहीं है। थाने में तलाक हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी। पुलिस की भूमिका की भी जांच होगी।