अवैध हथियारों के साथ दो सौदागर गिरफ्तार
किरतपुर (बिजनौर) : किरतपुर पुलिस ने अवैध हथियारों के साथ दो सौदागरों को गिरफ्तार किया
किरतपुर (बिजनौर) : किरतपुर पुलिस ने अवैध हथियारों के साथ दो सौदागरों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक फरार हो गया। उनके पास से दो पिस्टल, एक राइफल व कारतूस बरामद हुए हैं। गिरोह करीब एक दर्जन से अधिक पिस्टल को मुंगेर से लाकर बेच चुके हैं। एक पिस्टल तीस हजार रुपये से अधिक में बेचते थे। उधर, कोतवाली देहात पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आठ बाइकें बरामद की है।
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी उमेश कुमार ¨सह ने बताया कि थाना पुलिस ने मौअज्जमपुर नारायण रोड पर तीन व्यक्तियों को घूमते हुए देखा। पुलिस के टोकने पर उन्होंने फायर झोंक दिया। घेराबंदी कर दो बदमाशों को दबोच लिया, जबकि उनका एक साथी पुलिस को चकमा दे कर फरार हो गया। उनके पास से दो पिस्टल 0.32 बोर, एक राइफल, ग्यारह कारतूस, एक खोखा और एक मोबाइल बरामद किया। पकड़े गए हथियार तस्कर आरिफ पुत्र मुस्तकीम निवासी ग्राम झलरा थाना कोतवाली शहर और शहनावाज पुत्र मेहराज निवासी मोहल्ला मलकान किरतपुर हैं, जबकि शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव फरीदपुर भोगी निवासी सुशील उर्फ पप्पू फरार हो गया। एसपी सिटी के अनुसार दोनों और उनका क्षेत्र में अवैध असलाह बेचने का कारोबार करते है। गिरोह ने करीब 12 से अधिक पिस्टल बिहार के मुंगेर से लाकर बेच चुके हैं। एक पिस्टल तीस हजार रुपये से अधिक बेचते थे। कई और लोग इस तस्करी में जुड़े हैं। पुलिस उनकी पड़ताल कर रही है।चर्चा है कि गांव बिरदो नंगली निवासी एक खरीदार को पुलिस ने से¨टग कर छोड़ दिया है। प्रेस वार्ता में एसपी देहात विश्वजीत ¨सह श्रीवास्तव, थाना प्रभारी तेजेंद्र ¨सह, एसआइ सतीश आदि मौजूद थे।
वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश, आठ बाइक बरामद
बिजनौर: कोतवाली देहात पुलिस के हत्थे एक वाहन चोर गिरोह लगा है। पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी उमेश कुमार ¨सह ने बताया कि कोतवाली देहात एसओ पंकज तोमर ने टीम के साथ नगीना रोड पर मंडी समिति के पास तीन वाहन चोरों को पकड़ा। पूछताछ के बाद उनके पास से आठ चोरी की बाइक बरामद हुई। पकड़े गए वाहन चोर थाना नांगल के गांव गौसपुर निवासी लवली, रजनीश व नगीना थाना क्षेत्र के गांव चमरावाला निवासी अंकुश है। गिरोह ने एक बाइक नजीबाबाद, एक देहरादून व छह बाइक हरिद्वार से चोरी की है। शातिर चोर उत्तराखंड, बिजनौर, मुरादाबाद समेत कई जिलों में वाहन चोरी करते हैं। चोरी की बाइक को एक या दो हजार में बेचते थे। कभी-कभी पांच हजार रुपये तक में बाइक बेच देते थे।