वन विभाग के अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप, जांच की मांग
ग्राम तैमूरपुर दीपा निवासी एक व्यक्ति ने वन विभाग के अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में विभिन्न बिदुओं पर जांच कराकर आरोपित पर कार्रवाई कराए जाने की मांग की है।
जेएनएन, बिजनौर। ग्राम तैमूरपुर दीपा निवासी एक व्यक्ति ने वन विभाग के अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में विभिन्न बिदुओं पर जांच कराकर आरोपित पर कार्रवाई कराए जाने की मांग की है।
ग्राम तैमूरदीपा निवासी एवं उत्तर प्रदेश भ्रष्टाचार निरोधक समिति के उपाध्यक्ष त्रिलोकचंद ने मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम एवं हाईकोर्ट को भेजे ज्ञापन में कहा कि गंगा नदी के सेंचुरी क्षेत्र है। इस क्षेत्र में जलीय जीवों के शिकार किया प्रतिबंधित है और सरकार ने डीएफओ की नियुक्ति जलीय जीवों के रक्षक के रूप में की है। आरोप है कि वन विभाग की मिलीभगत से बंगाली समाज के लोग गंगा से मछलियां पकड़ रहे है।
वहीं खादर में खड़े बींड-पुले का अवैध रूप से कटान किया जाता है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क के दोनों ओर कचरा एवं गंदगी गिराई जा रही है। उनका कहना था कि हाईकोर्ट ने 31 अक्टूबर 2014 को नाला निर्माण में बाधा बन रहे पेड़ों का कटान कराए जाने के साथ-साथ इन सभी समस्याओं के समाधान करने का आदेश दिया था, लेकिन राजस्व एवं वन विभाग के अफसर हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे। वहीं कई अफसर इस प्रकरण में झूठी रिपोर्ट देकर डीएफओ को बचाने में लगे हुए है। उन्होंने इस प्रकरण की जांच कराकर आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की। उधर डीएफओ डा. एम सेम्मारन ने आरोपों बेबुनियाद बताते हुए कहा कि पूरा प्रकरण सेंचुरी क्षेत्र का है, इसलिए नाला निर्माण में रूकावट बन रहे पेड़ कटवाए जाने संभव नहीं है।
तीन दिन बीते, लूट में उलझी पुलिस
चांदपुर: तीन दिन पूर्व मोहल्ला सरायरफी में मनी ट्रांसफर सेंटर में दिनदहाड़े हुई 1.57 लाख रुपयों की लूट के मामले में पुलिस खाली हाथ नजर आ रही है। न तो पुलिस अभी तक बदमाशों का पता लगा सकी है और न ही कोई सुराग हाथ लग सका है।पुलिस लूट को लेकर असमंजस में है। उधर, अधिकारी जल्द ही मामले से पर्दा उठाने का दावा कर रहे हैं।
बीते शुक्रवार को दिनदहाड़े चार बदमाशों ने मोहल्ला सरायफी स्थित फैजान के आनलाइन मनी ट्रांसफर सेंटर पर धावा बोलते हुए कर्मचारी पंकज को गन प्वाइंट पर लेते जमकर मारा-पीटा। बाद में बदमाशों ने गल्ले में रखी 1.57 लाख रुपये की नगदी लूट ली थी। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश एक तमंचा काउंटर पर छोड़ भागे थे। दिनदहाड़े हुई लूट से मौके पर सनसनी फैल गई थी। एसपी डा. धर्मवीर सिंह समेत अन्य अफसरों न मौके पर पहुंचते हुए मामले की जांच की। अब जब घटना को तीन दिन बीत चुके हैं, बावजूद इसके पुलिस खाली हाथ नजर आ रही है। एक तरफ जहां पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया, वहीं दूसरी ओर वारदात को लेकर असमंजस में नजर आ रही है। हालांकि, पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर युवकों की पहचान में जुटी है। उधर, कोतवाली प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि वारदात से जुड़े सभी तथ्यों पर जांच चल रही है। उन्होंने जल्द ही वारदात का राजफाश करने की बात कही है।