तटबंध टूटा, गंगा के बीच में फंसे सौ से ज्यादा ग्रामीण
मंडावर (बिजनौर) : जिसका डर था वही हुआ। यूपी-उत्तराखंड की सीमा पर बना गंगा का तटबंध म
मंडावर (बिजनौर) : जिसका डर था वही हुआ। यूपी-उत्तराखंड की सीमा पर बना गंगा का तटबंध मंगलवार को टूट गया। इससे उत्तराखंड के कई गांवों में बाढ़ आ गई है जबकि बिजनौर जनपद के रामसहायवाला और हिम्मतपुर बेला गांव टापू बन गए हैं। गांव की महिलाओं एवं बच्चों को तो सोमवार की रात्रि निकाल लिया गया था लेकिन सौ से ज्यादा लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है। उत्तराखंड पुलिस व डीआरएफ मौके पर है जबकि बिजनौर जनपद के अधिकारी नदारद हैं।
गांव रामसहायवाला व हिम्मतपुर बेला में पहुंचने के लिए तटबंध के ऊपर से ही रास्ता है। गांव से करीब ढाई किलोमीटर पहले तटबंध टूटने से दोनों गांव टापू बन गए। गांवों में सौ से अधिक लोगों के फंसे होने की सूचना है। उत्तराखंड की थाना खानपुर पुलिस व एसडीआरएफ के हेड कांस्टेबल सुरेश तोमर के नेतृत्व में मौके पर लगी हुई है लेकिन बिजनौर जिले के दो गांव के ग्रामीणों की मदद के लिए प्रशासन नजर नहीं आया। ग्राम प्रधान श्याम लाल ने बताया की केवल महिलाएं एवं बच्चे गांव से बाहर भेजे गए हैं, बाकी लोग अपने घरों में मौजूद हैं।
पशुओं व मकान के लालच में फंसी हैं ¨जदगियां
ग्राम प्रधान ने बताया की कुछ ग्रामीण अपने पशुओं व मकान के लालच में गांव छोड़ना नहीं चाहते हैं। वह गंगा के बीच धार में फंस गए हैं। सीओ सिटी महेश कुमार ने बताया की एक टीम रात्रि में गांव गई थी। कुछ ग्रामीणों ने गांव से निकलने के लिए इन्कार कर दिया था।
बंद हुआ बिजनौर-हरिद्वार वाया मंडावर रूट
पहाड़ी इलाके में हो रही मूसलाधार बारिश से मालन नदी में उफान आ गया है। बिजनौर-मंडावर रोड पर इनामपुरा के पास बने रपटे के ऊपर से एक से दो फिट ऊंचाई तक पानी बह रहा है। इससे यह रूट बंद हो गया है। सुरक्षा की ²ष्टि से रपटे के दोनों ओर पुलिस तैनात रही। एक बार पानी की रफ्तार थोड़ी कम हुई थी तो भारी वाहन चलने शुरू हो गए थे लेकिन शाम को फिर से पानी बढ़ गया और रूट बंद कर दिया गया।