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गंगा में उफान जारी, गांवों में घुस रहा पानी

पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हुई भारी वर्षा और भीमगोडा बांध से लगातार डिस्चार्ज किए जा रहे गंगा नदी उफान पर है। इससे खादर क्षेत्र में बाढ़ के हालात बन गए हैं। करीब 50 गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। बुधवार सुबह आठ बजे भीमगोडा बैराज से 2.70 लाख क्यूसेक और शाम चार बजे 2.26 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हालांकि अभी गंगा खतरे के निशान से नीचे है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 06:31 AM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 06:31 AM (IST)
गंगा में उफान जारी, गांवों में घुस रहा पानी
गंगा में उफान जारी, गांवों में घुस रहा पानी

जेएनएन, बिजनौर। पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हुई भारी वर्षा और भीमगोड़ा बांध से लगातार डिस्चार्ज किए जा रहे गंगा नदी उफान पर है। इससे खादर क्षेत्र में बाढ़ के हालात बन गए हैं। करीब 50 गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। बुधवार सुबह आठ बजे भीमगोड़ा बैराज से 2.70 लाख क्यूसेक और शाम चार बजे 2.26 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हालांकि अभी गंगा खतरे के निशान से नीचे है।

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गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण मंडावर खादर क्षेत्र के ग्राम डैबलगढ़, फतेहपुर सभाचंद, सीमला, सीमली, राजारामपुर, लाडपुर, लतीफपुर समेत कई अन्य गांवों के जंगल में कटान शुरू हो गया है। बैराज के डाउन स्टीम में सीधा पानी पास होने की वजह से जीवनपुरी, जलालपुर खादर, दारानगर एवं विदुरकुटी खादर और जलीलपुर के कई गांवों में फसले जलमग्न हो गई हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों पर तैनात लेखपालों को अलर्ट कर दिया है।

सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता बीएस चाहर ने बताया कि मंगलवार रात से बुधवार शाम चार बजे तक गंगा के जलस्तर में निरंतर वृद्धि हुई है। हालांकि बुधवार शाम पांच बजे तक गंगा खतरे के निशान से नीचे बह रही थी। बाढ़ से घिरे गांवों में लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा जा रहा है। गंगा किनारे बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है। साथ ही लोगों को जान-माल की सुरक्षा करने की सलाह दी जा रही है। मालन नदी के रपटे पर चार फुट पानी

बेगावाला : गंगा के पानी के बैक होने से मालन नदी में भी उफान आ गया है। इस कारण ग्राम रावली स्थित नईबस्ती में तीन से चार फुट पानी भरा हुआ है। वहीं मालन नदी का पानी शहजादपुर रपटे पर चार-चार फुट पानी है। इस कारण शहजादपुर समेत कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। ग्रामीण रामबहादुर, गीता, धीरज, प्रीतम, किशोरी आदि ने कहा कि मालन नदी में आए उफान से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। नईबस्ती रावली स्थित प्राथमिक विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल एवं कण्व ऋषि आश्रम समेत गांव का मुख्य मार्ग तालाब में तब्दील हो गया है। ग्रामीण संजू, मनोज, केशव आदि का कहना है कि गंगा एवं मालन नदी में आए उफान से उनके खेतों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। इनका कहना है:-

गंगा के जलस्तर में कमी आई है। बैराज पर गंगा खतरे के निशान से नीचे बह रही है। बाढ़ चौकियों पर तैनात लेखपालों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। वहीं ग्रामीणों को भी गंगा के नजदीक नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।

-उमेश मिश्रा, डीएम।


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