नांगल में 270 मरीजों की नब्ज टटोली
बिजनौरजेएनएन। नांगल क्षेत्र में डेंगू पीड़ित एवं बुखारग्रस्त मरीजों की मौत का सिलसिला नहीं थम पाने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हैरत में हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अब क्षेत्र में निरंतर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। सफाई एवं कीटनाशक छिड़काव को भी टारगेट किया गया है। गुरुवार को नांगलसोती में विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया।
बिजनौर,जेएनएन। नांगल क्षेत्र में डेंगू पीड़ित एवं बुखारग्रस्त मरीजों की मौत का सिलसिला नहीं थम पाने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हैरत में हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अब क्षेत्र में निरंतर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। सफाई एवं कीटनाशक छिड़काव को भी टारगेट किया गया है। गुरुवार को नांगलसोती में विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया।
नांगल थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में पिछले एक पखवाड़े दर्जनभर मौतें डेंगू, बुखार एवं अन्य कारणों से होने से क्षेत्रीय ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ी हुई है। ऐसे ग्रामीण जिनके घर में बुखार के मरीज हैं, वे खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। हालांकि ग्रामीणों द्वारा प्राइवेट चिकित्सकों का सहारा लिया जा रहा है, लेकिन रोजाना क्षेत्र में किसी न किसी मरीज की मौत की खबर से क्षेत्र में दहशत का आलम है। गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नजीबाबाद की ओर से नांगलसोती में विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया। प्रभारी चिकितसाधिकारी डा.सर्वेश निराला के निर्देशन में लगे शिविर में 270 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें आवश्यक दवाइयां दी गईं। डा.राय, डा.गौरव गुप्ता, डा.कोनैन अली का दावा है कि क्षेत्र में कोई गंभीर मरीज नहीं मिला। -स्वास्थ्य विभाग की कोशिशों का खाका
सर्किल के विभिन्न गांवों से डिप्थीरिया, गलघोंटू एवं काली खांसी के मरीज मिल रहे थे। इसका विशेष कारण टीकाकरण की स्थिति ठीक न होना माना जा रहा था। डा.सर्वेश निराला के निर्देशन में वृहद स्तर पर अभियान चलाकर पीड़ितों को एजिथ्रोमाइसिन एवं पैरासिटामोल टेबलेट बांटी गई। इसके अलावा बुखार से निपटने के लिए 10 अक्टूबर को तिसोतरा, खानपुर, चंदोक, कामराजपुर, अकबरपुर चौगांवा, सरायआलम में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। अभियान में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम में लगे चिकित्सकों, एडिशनल पीएचसी के चिकित्सकों, फार्मासिस्टों, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी की पांच-पांच टीमें लगाई गईं। डा.निराला ने समय समय पर किए जाने वाले टीकाकरण को गंभीरता से लेने की ग्रामीणों को सलाह दी।