किसानों को गुमराह कर रहा है विपक्ष: भारतेंद्र
जेएनएन बिजनौर। पूर्व सांसद भारतेंद्र सिंह ने तीनों कृषि कानूनों को किसान हितैषी बताया तथा विपक्ष्
जेएनएन, बिजनौर। पूर्व सांसद भारतेंद्र सिंह ने तीनों कृषि कानूनों को किसान हितैषी बताया तथा विपक्ष पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया। बिजनौर-नगीना मार्ग पर स्थित बांकपुर तिराहे के पास एक स्टोन क्रेशर का उद्घाटन पूर्व सांसद भारतेंद्र सिंह ने फीता काटकर किया।
इस दौरान एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं। उन्होंने कहा कि किसान कानून के लागू होने के बाद बिचौलिए खत्म हो जाएंगे और किसानों की आमदनी बढ़ जाएगी। सरकार किसानों की हितैषी है। पहली बार सरकार द्वारा सम्मान निधि किसानों को दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियां किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही हैं। किसान किसी के बहकावे में न आएं। यदि किसानों को कोई समस्या होती है तब सरकार कृषि कानूनों में संशोधन करने के लिए भी तैयार है। कार्यक्रम में रजनीश ढाका, संदीप चौधरी, आशुतोष, सुभाष, शैलेन्द्र ढाका आदि उपस्थित रहे।
इससे पहले पूर्व सांसद भारतेन्द्र सिंह ने सोमवार को छाछरी मोड़ पर हुए किसान संवाद कार्यक्रम में कहा कि सरकार इन कानूनों में जो भी आपित्तजनक है, उसमें संशोधन करने को तैयार है। इस कानून के जरिए किसान अब कृषि उत्पादों के ग्राहक से लिखित समझौता कर ज्यादा बढि़या बीज एवं कीटनाशक दवा खरीद सकते हैं। अब किसान इस राजनैतिक रस्साकसी को समझ चुके हैं। विपक्षी दल किसानों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। महाशय तेजपाल सिंह की बैठक पर हुए किसान संवाद में ललित चौधरी, शिवअवतार, कृष्ण पाल आर्य, पावेन्द्र सिंह, डा.नरेशपाल, राजवीर सिंह, गजेन्द्र प्रधान, जीत सिंह, बलबीर सिंह, अमनपाल सिंह, दर्पण रावल, विनोद सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए।
काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
जेएनएन, बिजनौर। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय आह्वान पर शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार द्वारा 21 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं करने पर रोष भी प्रकट किया।
सोमवार सुबह दस बजे संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर यादव और ब्लाक अध्यक्ष हितेश चौहान के संयुक्त नेतृत्व में ब्लाक क्षेत्र के शिक्षक बीआरसी कार्यालय पर एकत्रित हुए। यहां पर उन्होंने 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में हाथों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रांतीय आह्वान पर एक मार्च से पांच मार्च तक गोपनीय आख्या अंकन हेतु नियमावली के विरुद्ध जाकर महानिदेशक द्वारा निर्धारित किए गए पैरामीटर्स के विरोध तथा पुरानी पेंशन बहाली सहित 21 सूत्रीय लंबित मांगपत्र के समर्थन में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शित करते हुए विद्यालय में रहकर शिक्षण कार्य करना है। कहा कि पूर्व में 17 फरवरी को मांगों के निस्तारण को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया गया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मांगे पूरी न होने पर मई माह में जिला मुख्यालय स्तर पर धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया। प्रदर्शन करने वालों में जिला प्रवक्ता अंगजीत चौधरी, नितिन चौहान, भूपेंद्र चौहान, संजय कुमार, पंकज कुमार आदि शामिल रहे।