ई-रिक्शा चालकों का पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
नजीबाबाद: पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए ई-रिक्शा चालकों ने हंगामा किया। दो घंटे त
नजीबाबाद: पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए ई-रिक्शा चालकों ने हंगामा किया। दो घंटे तक ई-रिक्शाएं नहीं चली। नजीबाबाद में रेलवे स्टेशन चौराहे पर खड़े ई-रिक्शा चालकों में मंगलवार सुबह एकाएक पुलिस उत्पीड़न की सुगबुगाहट उठी। कुछ ही देर में शहर ई-रिक्शाओं से खाली हो गया और कोटद्वार मार्ग पर एक मैदान में सैकड़ों रिक्शाएं एकत्र हो गईं। ई-रिक्शा चालकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रिक्शा यूनियन अध्यक्ष नफीस कुरैशी का आरोप था कि पुलिस वाले खाकी का रौब दिखाकर रिक्शा चालकों से अवैध वसूली कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों में शानू, दानिश, फहीम, इदरीस, माजिद, मोबीन सहित दर्जनभर रिक्शा चालकों ने एक एसआइ पर धमकाने और सिपाहियों व होमगार्डों द्वारा जबरन पैसा वसूलने का आरोप लगाया। कोतवाल अपराध मदनमोहन चतुर्वेदी, एसएसआइ संदीप त्यागी, एसआइ संजय यादव ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को शांत किया। निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने की बात कहते हुए उन्होंने रिक्शा चालकों को मैदान तुरंत खाली कर देने की सलाह दी। वहीं कोतवाल रिक्शा यूनियन अध्यक्ष को तहसील लेकर पहुंचे तो सीओ ने पुलिस पर मनगढ़ंत आरोप लगाने पर यूनियन अध्यक्ष को फटकार लगाई। एआरटीओ शिविर लगाकर बनाएंगे व्यवस्था
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम डा. पंकज वर्मा ने एआरटीओ बिजनौर से बात की। उन्होंने पंजीकृत रिक्शाओं के संबंध में रिपोर्ट देने और रिक्शा संचालन संबंधी कागजात अपडेट करने के लिए कहा। एसडीएम ने कहा कि क्षेत्र में अवैध ई रिक्शाएं नहीं चलने दी जाएंगी।