राशन डीलर की ई-पोस मशीन से भी जमा होंगे बिजली के बिल
नजीबाबाद नगर एवं ग्रामीणों उपभोक्ताओं को अब बिजली बिल जमा करने के लिए बिजली दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। दरअसल राशन डीलर को बिजली के बिल जमा करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
बिजनौर, जागरण टीम। नजीबाबाद नगर एवं ग्रामीणों उपभोक्ताओं को अब बिजली बिल जमा करने के लिए बिजली दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। दरअसल, राशन डीलर को बिजली के बिल जमा करने की जिम्मेदारी सौंपी है। राशन डीलर ई-पोस मशीन के माध्यम से बिजली के बिल जमा कर सकेंगे, साथ ही मशीन द्वारा राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिक भी किया जाएगा।
तहसील के डवाकरा हाल में पूर्ति निरीक्षक अमित कुमार, योगेंद्र सिंह के निर्देशन में ब्लाक के 143 राशन डीलर्स को ई-पोस मशीन की ट्रेनिग दी गई। ट्रेनर इंजीनियर दिग्विजय सिंह ने राशन डीलरों की ई-पोस मशीन से बिजली के बिल और राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिक करने की ट्रेनिग दी। उन्होंने बताया कि ई-पोस मशीन के माध्यम से राशन डीलर खाद्यान्न वितरण के साथ बिजली उपभोक्ताओं के बिजली के बिल जमा कर सकेंगे। नगर एवं ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं को बिजली के बिल जमा करने के लिए बिजली के दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि जिन उपभोक्ताओं के राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिक भी किया जाएगा। सेमिनार में नई शिक्षा नीति पर चर्चा
संवाद सहयोगी, बिजनौर : नीति आयोग भारतीय शिक्षण मंडल व बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को बीआइसी में सेमिनार का आयोजन हुआ। सेमिनार की मुख्य वक्ता डा. जूही अग्रवाल, असिस्टेंट प्रोफेसर ने नई शिक्षा नीति 2020 पर बड़े सहज तरीके से अपने विचार व्यक्त किये।
उन्होंने शिक्षा नीति के ओरियेंटेशन, चुनौतियां व उसके कार्यन्वयन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विभिन्न प्रधानाचार्यों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों का शिक्षाविद् डा. गोविद राम गुप्ता, भूतपूर्व प्रधानाचार्य, डा. राजीव अग्रवाल, डा. जूही अग्रवाल, सचिन भारद्वाज, सतिन कुमार आदि द्वारा संतोषजनक उत्तर दिए गए। सेमिनार की अध्यक्षता डीआइओएस राजेश कुमार ने की और संचालन गय्यूर आसिफ प्रवक्ता आरजेपी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के संयोजक सुभाष चंद्र प्रधानाचार्य जीआइसी, आयोजक सचिव डा. जूही अग्रवाल, प्रांत अधिकारी व कोर्डिनेटर डा. निर्मला शर्मा प्रधानाचार्या, कार्यक्रम के आयोजक डा. आफताब अहमद प्रधानाचार्य रहे। कार्यक्रम डा. निशांत यादव, भूपेंद्र, सुधांशु वत्स आदि रहे।