त्योहारी सीजन में शिकारियों पर रहेगी कड़ी नजर
वन विभाग की टीम ने धामपुर रेंज से सात शिकारियों को दबोचा है। आरोप है कि यह शिकारी वन्य जीवों के अंगों का अवैध कारोबार और वन क्षेत्र से लकड़ी काटते थे। सभी आरोपितों का चालान कर दिया गया है। वहीं त्योहार के सीजन में वन्य जीवों के शिकार की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर विभाग ने आसपास के क्षेत्र में कड़ी चौकसी कर दी है। साथ ही वन में गश्त भी बढ़ा दी गई है।
बिजनौर, जेएनएन। वन विभाग की टीम ने धामपुर रेंज से सात शिकारियों को दबोचा है। आरोप है कि यह शिकारी वन्य जीवों के अंगों का अवैध कारोबार और वन क्षेत्र से लकड़ी काटते थे। सभी आरोपितों का चालान कर दिया गया है। वहीं त्योहार के सीजन में वन्य जीवों के शिकार की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर विभाग ने आसपास के क्षेत्र में कड़ी चौकसी कर दी है। साथ ही वन में गश्त भी बढ़ा दी गई है।
धामपुर वन रेंज के रैनी क्षेत्र से दो दिन पूर्व वन विभाग की टीम ने सात शिकारियों को दबोचा था। इनके पास से एक वाहन, दो जाल आदि सामान बरामद किया है। इस मामले में वन दारोगा योगेंद्रनाथ यादव की ओर से सातों आरोपितों इस्लाम, अरमान, इरशाद, अनीस, नफीस, सलीम और ताहिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। सभी आरोपित मुरादाबाद क्षेत्र के डिलारी के गांव मलकपुर सेमली के निवासी हैं। रेजर संतोष मठपाल ने बताया कि सातों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उनका चालान कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि त्योहारों के मद्देनजर वन क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है। शिकारियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी को भी वन क्षेत्र में घुसने नहीं दिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक रैनी वन क्षेत्र के पास से रामगंगा नदी भी गुजर रही है। इसके चलते यहां रामगंगा नदी के साथ-साथ वन क्षेत्र में शिकारी घुस आते हैं। बताया जाता है कि दशहरा, दीपावली जैसे त्योहारों में कुछ लोग पूजा-पाठ व तांत्रिक क्रियाओं के चलते वन्य जीवों के अंगों की तस्करी करते हैं, जिससे शिकारियों की आवाजाही बढ़ जाती है। इसको देखते हुए वन विभाग भी सक्रिय हो गया है।