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..लेकिन मैं तेरे एक इशारे पर आ गया

बिजनौर: जिला कृषि,औद्योगिक, एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी में शनिवार रात ऑल इंडिया मुशायरे का

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 09:39 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 09:39 PM (IST)
..लेकिन मैं तेरे एक इशारे पर आ गया
..लेकिन मैं तेरे एक इशारे पर आ गया

बिजनौर: जिला कृषि,औद्योगिक, एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी में शनिवार रात ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन किया गया।

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प्रख्यात गीतकार स्व. गोपालदास नीरज की याद में नगर पालिका परिषद की ओर से आयोजित किए गए ऑल इंडिया मुशायरे में शायरों ने बेहतरीन कलाम पेश किए। मुशायरा देर रात तक सफलता पूर्वक चला।

इंदिरा बाल भवन के रंगमंच पर आयोजित मुशायरे में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक कुंवरानी रुचि वीरा, चेययरपर्सन रुखसाना परवीन, सपा नेता शमशाद अंसारी, सपा नेता शेख खलीलुर्रहमान नगीना, अरशद अंसारी चांदपुर, झालू चेयरमैन शह•ाद अहमद, साहनपुर चेयरमैन मेराज अहमद, रफी सै़फी, सपा नेता खुशनूद खान, भाकियू जिला अध्यक्ष चौधरी दिगंबर ¨सह, सपा नगर अध्यक्ष दिलशाद अंसारी, नजीबाबाद सपा नगर अध्यक्ष हाजी मोहम्मद फैसल, मुशायरा अध्यक्ष सभासद बुशरा खातून, वसीक अहमद, सलीम अहमद, शादाब एडवोकेट ने संयुक्त रूप से फीता काटकर शुभांरभ किया। शमा रोशन अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विश्वजीत श्रीवास्तव, जेलर आकाश शर्मा और पुलिस क्षेत्राधिकारी महेश कुमार ने की। सपा नेता शमशाद अंसारी की सदारत एवं फखिर अदीब की निजामत में शुरू हुए मुशायरे में शायरों ने एक से बढ़ कर एक कलाम पेश किए। मशहूर शायर मुनव्वर राना के कलाम को बार-बार सुना गया। उन्होंने कहा मुझकों बुलाने वालों की उमरें गुजर गयी.. लेकिन मैं तेरे एक इशारे पे आ गया। जौहर कानपुरी ने कुछ यूं कहा जरूरी ये नहीं बेटे से नाम रोशन हो/ मेरे नबी का चला खानदान बेटी से। अल्ताफ जिया उसको मिलने की भी फुरसत नहीं थी, और बिछड़ना भी गंवारा न था। डा. माजिद देवबंदी के इस कलाम को बार बार सुना गया अल्लाह मेरे रिज्क की बरकत न चली जाए, दो रोज से घर पे कोई मेहमान नहीं है।वाहिद अंसारी ने अपनी बात कुछ यूं कही, हाथ से हाथ की जंजीर बनाकर निकलो, वरना धागे की तरह तोड़ दिए जाओगे। मैराज बिजनौरी ने कहा, किसी के जाने से बेनूर हो गयी महफिल, चराग जलते है पर रोशनी नहीं होती। शफक बिजनौरी ने कहा बिछड़ने वाले अचानक जो बरसों बाद मिले, वो मुस्कुराने लगे मुस्कुरा के रोने लगे। इम्तियाज अजहर ने कहा, अपने होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले, गम सलीके से छुपाते है छुपाने वाले। शाहिद अंजुम ने कहा, हम उस मौसम में भी देखो तुम्हारे साथ रहते है, वो जिस मौसम में पेड़ों को प¨रदे छोड़ देते है। इनके अलावा डा. नसीम निकहत, उस्मान मीनाई, आदिल रशीद, इरफान जाफरी, कलीम समर, सज्जाद झंझट, आमिर शह•ाद और फैसल स्योहारवी के कलाम भी खूब पसंद किए गये। अंत में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक कुंवरानी रुचि वीरा, सपा नेता शमशाद अंसारी एवं अन्य सभी अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। मुशायरा अध्यक्ष सभासद बुशरा खातून, वसीक अहमद, सलीम अहमद और शादाब एडवोकेट रहें। जिन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मुशायरा कन्वीनर डा. शाहबाज चौधरी, हसीन अहमद अंसारी, मैराज बिजनौरी और फै•ान मलिक ने सभी का आभार व्यक्त किया। हाजी अनीस, रईस ठेकेदार, हाजी बिलाल, डा. फुरकान, कलवा ठेकेदार, वासिफ खुर्शीद, कारी शमशाद हुसैन, डॉ. ए आर रहमान, नईम अंसारी, आबिद ठेकेदार आदि ने सहयोग दिया।


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