मंडावर में 1.66 करोड़ खर्च, भूखे बिलबिला रहे बेसहारा गोवंश
मंडावर (बिजनौर) : शासन के निर्देश पर नगर पंचायत मंडावर ने कान्हा पशु आश्रम के निर्माण पर 1.66 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की है, लेकिन आश्रम में बंधे बेसहारा गोवंश को समय पर न चारा मिला रहा है और न ही पानी। आश्रम में आने वाले की तरफ पशु टकटकी लगाए रहते हैं।
मंडावर (बिजनौर) : शासन के निर्देश पर नगर पंचायत मंडावर ने कान्हा पशु आश्रम के निर्माण पर 1.66 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की है, लेकिन आश्रम में बंधे बेसहारा गोवंश को समय पर न चारा मिला रहा है और न ही पानी। आश्रम में आने वाले की तरफ पशु टकटकी लगाए रहते हैं। वहीं इन 21 पशुओं की टहल को दो कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है, जबकि अभी पानी पिलाने के लिए लगा हैंडपंप भी काम नहीं कर रहा है। कभी कभार टाउन एरिया का टैंकर पहुंचता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को आश्रम देने के लिए एक से तीन करोड़ रुपये की लागत से कान्हा पशु आश्रम निर्माण की घोषणा की थी। नगर पंचायत मंडावर में कान्हा पशु आश्रम के निर्माण को दो करोड़ तीन लाख 58 हजार रुपये की धनराशि अवमुक्त की गई थी। नगर पंचायत की सीमा से बाहर कान्हा पशु आश्रम का निर्माण कराया गया, जिसमें मुख्य द्वार के अलावा एक बड़ा टिनशेड, गाय के भोजन के लिए नांद, दो कमरे, एक पानी की हौज बनी हुई।
कान्हा पशु आश्रम में 21 गोवंश बंधे हुए है। इन गोवंश की टहल के लिए एक कर्मचारी की दिन और एक कर्मचारी की रात्रि में डयूटी लगाई गई है। एक पशु के पैर में चोट लगी हुई है, देखरेख के अभाव में उसका अभी तक इलाज भी शुरू नहीं हुआ है। पर्याप्त हरा चारा नहीं मिलने की वजह से आश्रम में बंधे इन पशुओं को सूखे चारे से पेट भरना पड़ रहा है। पशु के पानी पीने की व्यवस्था के तहत इंडिया मार्का-टू हैंडपंप लगा हुआ है, लेकिन अभी शुरू नहीं हुआ है। हालांकि टाउन एरिया प्रशासन ने इन पशुओं के पीने के पानी की व्यवस्था के लिए टैंकर खड़ा करवा रखा है। वहीं कई-कई दिन गोबर उठाने की व्यवस्था नहीं होने की वजह से आश्रम के एक कोने में एकत्र किया गया है।