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धीमी गति से चल रहा छोईया नदी पुल का निर्माण

जेएनएन बिजनौर। नजीबाबाद-नगीना वाया बुंदकी मार्ग पर छोईया नदी के पुल की निर्माण गति काफी धीम

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 07:33 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 07:33 PM (IST)
धीमी गति से चल रहा छोईया नदी पुल का निर्माण
धीमी गति से चल रहा छोईया नदी पुल का निर्माण

जेएनएन, बिजनौर। नजीबाबाद-नगीना वाया बुंदकी मार्ग पर छोईया नदी के पुल की निर्माण गति काफी धीमी है। निर्माणाधीन पुल के पास बनाए गए कच्चे वैकल्पिक मार्ग से गुजरने के दौरान जहां कई वाहन पलट चुके हैं, वहीं दिन में कई बार जाम में फंसने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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नजीबाबाद-नगीना वाया बुंदकी मार्ग पर छोईया नदी पर पुल निर्माण कार्य चल रहा है। मार्ग से वाहनों के आवागमन के लिए प्रशासन ने बड़ी नहर व छोटी नहर से रूट डायवर्ट किया है। डायवर्ट रूट से वाहनों को करीब चार-पांच किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। छोटे व दुपहिया वाहनों के आवागमन के लिए पुल के समानांतर बनाए कच्चे वैकल्पिक रास्ते से अतिरिक्त दूरी से बचने के लिए भारी वाहन गुजर रहे हैं। भारी वाहन अक्सर कच्चे वैकल्पिक मार्ग में फंस रहे हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी है। साथ ही कच्चा मार्ग तंग और गहरा होने से भारी वाहनों को जोखिम भी उठाना पड़ रहा है। भारी वाहनों के गुजरने जाम तो लग ही रहा है, साथ ही हादसे का भय भी बना है। प्रदीप, राहुल कुमार, संकेत कुमार, रामभरोसे आदि नागरिकों ने प्रशासन से भारी वाहनों का पुल निर्माण क्षेत्र से गुजरने पर रोक लगाने की मांग की है। नागरिकों का कहना है कि भारी वाहनों का डायवर्ट रूट से भेजने के लिए बड़ी नहर व छोटी नहर पर पुलिस या कर्मचारी को तैनात किया जाए, ताकि जाम व दुर्घटना की स्थिति को टाला जा सके। प्रतिनिधिमंडल मिल के ईपी से मिला

जेएनएन, बिजनौर। किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल मिल के अध्याशी अध्यक्ष से मिला। इस दौरान उन्होंने किसानों की विभिन्न समस्याएं उनके सामने रखी। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को 26 नवंबर तक पिछले वर्ष का पूरा बकाया गन्ना भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया है। मंगलवार को भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल ब्लाक अध्यक्ष चौधरी गजेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में शुगर मिल के अध्याशी अध्यक्ष सुखबीर सिंह से मिला। इस दौरान उन्होंने पिछले वर्ष के गन्ना बकाया भुगतान के साथ ही अन्य समस्याओं पर चर्चा की। इस पर ईपी ने बताया 26 नवंबर को पिछले वर्ष का पूर्ण भुगतान किसानों के खाते में पहुंच जाएगा। ट्राली, ट्रिपलर व बुग्गी यार्ड में किसानों को पानी पीने के लिए चार आरओ लगवाए गए हैं। किसानों को बैठने के लिए टिन शेड की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि किसानों के लिए शुगर मिल से निकलने वाला खाद आठ रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से मिलेगा, जो पिछले वर्ष 12 रुपये प्रति कुंतल था। प्रतिनिधिमंडल में गजराम सिंह, रामचरण सिंह, इस्लामुद्दीन, आलोक कुमार, विनीत चौहान, देवेंद्र सिंह, अनुज बालियान आदि उपस्थित रहे।


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