नॉनस्टाप श्रमिक स्पेशल ट्रेन में चेन पुलिग, 48 कामगार उतरे
समीपुर अस्पताल में स्क्रीनिग कर सभी को होम क्वारंटाइन की सलाह देकर छोड़ासमीपुर अस्पताल में स्क्रीनिग कर सभी को होम क्वारंटाइन की सलाह देकर छोड़ा
बिजनौर : पंजाब के लुधियाना से उत्तर प्रदेश के गोंडा जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में चेन पुलिग कर ट्रेन से 48 कामगार उतर गए। रेलवे पुलिस ने बिजनौर के अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले इन लोगों को पकड़कर प्रशासन को सूचित किया। तहसीलदार के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्राथमिक जांच की। कोरोना संक्रमण के प्राथमिक लक्षण नजर नहीं आने पर पंजीकरण के बाद उन्हें क्वारंटाइन की सलाह देते हुए छोड़ दिया।
लॉकडाउन के दौरान नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का ठहराव नहीं रखा गया है। गुरुवार सुबह करीब पौने पांच बजे नजीबाबाद से गुजर रही श्रमिक स्पेशल एकाएक रुक गई और उसमें से 48 लोगों के उतरने पर रेलवे प्रशासन और रेलवे पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने आनन-फानन में ट्रेन से उतरे सभी लोगों को पकड़ लिया और जीआरपी थाने के पीछे बने प्रतीक्षालय में लाकर स्थानीय प्रशासन को सूचित किया। तहसीलदार राधेश्याम शर्मा ने पकड़े गए कामगारों से पूछताछ की। कामगारों ने बताया कि वे पंजाब में काम कर रहे थे लेकिन लॉकडाउन के कारण कामकाज बंद हो गया। इसी कारण उन्हें लौटना पड़ा। ट्र्रेन गोंडा जा रही थी। वहां से फिर लौटना पड़ता। चेन पुलिंग कर ट्रेन से उतरे 48 लोगों में 26 पुरुष, 10 महिला एवं 12 बच्चे शामिल थे।
तहसीलदार राधेश्याम शर्मा ने सभी को बस से चेकअप के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समीपुर भेजा। सभी का पंजीकरण कर उनके संबंध में आवश्यक जानकारी जुटाने के साथ थर्मल स्कैनिग की गई। बताया गया है कि किसी में भी कोरोना संक्रमण के प्राथमिक लक्षण नजर नहीं आने पर उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया। इसके बाद नजीबाबाद क्षेत्र के पांच लोगों को छोड़कर शेष 43 लोगों को बस द्वारा रोडवेज डिपो बिजनौर ले जाया गया। तहसीलदार ने बताया कि सभी लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था जिला स्तर से कर दी जाएगी। आरपीएफ के कार्यवाहक थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेन से उतरे लोगों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।