हुसैन के चेहलुम पर क्षेत्र में निकाले गए मातमी जुलूस
नजीबाबाद : दरगाह-ए-आलिया नज्फे ¨हद जोगीरम्पुरी और नांगलसोती में चेहलुम पर मातमी जुलूस निक
नजीबाबाद : दरगाह-ए-आलिया नज्फे ¨हद जोगीरम्पुरी और नांगलसोती में चेहलुम पर मातमी जुलूस निकाला गया। वहीं नांगलसोती में सुन्नी समुदाय के लोगों ने अखाड़ा भी निकाला गया। दरगाह-ए-आलिया नज्फे ¨हद में चेहलुम के मौके पर मजलिस को गुलाम इमाम ने खिताब करते हुए कर्बला की जंग और हजरत इमाम हुसैन की शहादत का जिक्र किया। इसके बाद निकाले गए जुलूस में नोहाख्वानी फिरोज हैदर, मोहसिन, साजिद, वाजिद रजा ने की। जुलूस का नेतृत्व ईद अली, मुन्ना, गंजफर, नूर मोहम्मद आदि ने किया। उधर किरतपुर क्षेत्र के ग्राम मेमन सादात में इमाम बरगाह नूरदी से अमीरों का जुलूस बरामद किया गया। मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना जकी रिजवी कोलकाता वालों ने कहा कि पूरी दुनिया में इमाम हुसैन की विजय के जुलूस निकाले जा रहे हैं। इस जुलूस में मेमन की सभी मजलिसो ने नोहाखानी करके मातम किया। जुलूस अंजुमन सोगवारे हुसैनी ने बरामद किया। जुलूस में रियाज जैदी, जुलूस में अतहर हुसैन, गुलाम अंसारी, इसरार जैदी, हसन मुस्तफा, मौहमद अली, आदि ने सहयोग किया। सुन्नी समुदाय ने निकाला अखाड़ा
नांगलसोती: क्षेत्र के ग्राम रसूलपुर सैद उर्फ सैदपुरी में शिया समुदाय ने शमशीर हैदर के घर से चेहलुम का जुलूस निकाला। जुलूस हुसैन चौक पर पहुंचा, तो ,वहां मौलाना नासिर अब्बास ने कर्बला की जंग का जिक्र करते हुए कहा कि जालिम खलीफा यजीद अपने बनाए नियमों सिद्धांतों से चलाना चाहता था, लेकिन इमाम हुसैन ने उसके नियमों को नहीं कभी नहीं माना। उन्होंने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने इस्लाम की रक्षा करते हुए अपनी और अपने परिवार की शहादत दे दी। इसके बाद युवाओं ने छुरियों से मातम कर खुद को लहुलुहान कर लिया। वही कर्बला के मैदान में ताजिया दफन किए गए। मौलाना माजिद अब्बास ने भी तकरीर की। मर्सियाख्वानी •ाव्वार हुसैन,अंजार अली और नोहाख्वानी अमीर अब्बास,परवेज ने की। जुलूस में जाकिर, अली मोहम्मद अब्बास , लड्डन ,कमर मोहम्मद आदि शामिल थे। उधर सुन्नी समुदाय के लोगों ने काफिला बल्लन ठेकेदार के नेतृत्व में अखाड़ा निकाला। अखाड़े में खिलाड़ियों ने करतब दिखाए।