भाकियू 30 अक्टूबर को जिलेभर में करेगी चक्का जाम
बिजनौर: चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू करने और बकाया गन्ना मूल्य भुगतान सहित विभिन्न समस्याओं
बिजनौर: चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू करने और बकाया गन्ना मूल्य भुगतान सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू का कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन शुक्रवार को जारी रहा। देर शाम तक प्रशासन से वार्ता के बाद भी सहमति नहीं बनी। भाकियू धरने पर अड़ी रही। किसान गन्ने के ट्रैक्टर-ट्रालियों सहित कलक्ट्रेट में जमे रहे। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि यदि 29 अक्टूबर तक चीनी मिलों का पेराई सत्र शुभारंभ नहीं किया जाता तो भाकियू 30 अक्टूबर को सड़कों पर गन्ना डालकर चक्का जाम करेगी।
शुक्रवार को दूसरे दिन भी भाकियू के किसान कलक्ट्रेट में धरने पर बैठे रहे। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार व अधिकारियों को किसानों की नहीं, मिल मालिकों की ¨चता है। पेराई सत्र शुरू नहीं होने से किसान के सामने तमाम समस्याएं पैदा हो रही हैं। जब तक चीनी मिलें नहीं चलेंगी, किसान अधिकारियों के कार्यालय व सड़कों पर गन्ना डालकर चक्का जाम करेगा। जिला मुख्यालय व देहात में गांवों के सामने किसान गन्ना सड़कों पर डालकर जाम लगाएंगे। कहा कि इस गन्ने का भुगतान भी शासन व विभाग से लिया जाएगा। टिकैत ने संगठन के पदाधिकारियों से भी वार्ता की। जिलाध्यक्ष दिगम्बर ¨सह ने धरना सभा में कहा कि किसानों के हकों के लिए हर आंदोलन को तैयार है। शासन ने 25 अक्टूबर से चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन चीनी मिलें नहीं चली है। जिलाध्यक्ष दिगम्बर ¨सह ने धरना स्थल यानी कलक्ट्रेट परिसर में किसानों की समस्याओं के संबंध बैनर लगा दिये। कहा कि जब सरकार की योजनाओं के होर्डिंग लगे, तो किसानों की समस्याएं के भी बैनर लेंगे। धरने पर रूकन ¨सह, ठाकुर रामौतार ¨सह, धर्मवीर ¨सह धनकड़, लुधियान ¨सह, धीर¨सह बालियान, अतुल कुमार, राजेन्द्र ¨सह पप्पू, दिनेश कुमार, धर्मेन्द्र ¨सह, प्रमोद कुमार, सुनील प्रधान, संदीप त्यागी, ढालचंद ¨सह आदि उपस्थित रहे।
बिजली की समस्याओं पर बनी सहमति
शुक्रवार देर शाम एडीएम प्रशासन, एसपी सिटी, एसडीएम सदर की उपस्थिति में बिजली अधिकारियों व भाकियू प्रतिनिधिमंडल के कलक्ट्रेट सभागार में वार्ता हुई। काफी जद्दोजहद के बीच आंदोलित किसानों की बिजली की सभी समस्याओं पर सहमति बन गई। उधर, रात में आंदोलित किसानों ने चावल और उड़द की दाल व चावल बनाकर खाए।