भाकियू का कलक्ट्रेट पर कब्जा, किसानों-पुलिस में चले लठ
बिजनौर: वेव ग्रुप से बकाया भुगतान की मांग को लेकर भाकियू ने कलक्ट्रेट पर कब्जा जमा लिया। बाि
बिजनौर: वेव ग्रुप से बकाया भुगतान की मांग को लेकर भाकियू ने कलक्ट्रेट पर कब्जा जमा लिया। बारिश के दौरान डीएम दफ्तर के बरामदे में धरना देने को लेकर पुलिस व किसानों में जमकर धक्का मुक्की हुई और डंडे तक चल गए।
वेव ग्रुप की बिजनौर व चांदपुर शुगर मिल से पिछले पेराई सत्र का बकाया भुगतान न होने से गुस्साए किसानों ने गुरुवार को कलक्ट्रेट पर कब्जा जमा लिया। बारिश में किसानों ने डीएम आफिस के बरामदे में घुसने का प्रयास किया। सीओ सिटी महेश कुमार, एसडीएम ब्रजेश कुमार व सीओ नजीबाबाद अरुण कुमार ¨सह के नेतृत्व में पुलिस फोर्स के साथ किसानों को रोक दिया।
किसानों और पुलिस में धक्कामुक्की हुई। इसके बाद किसान वहीं धरने पर बैठ गए और सभा की। जिलाध्यक्ष दिगंबर चौधरी ने कहा कि शासन-प्रशासन किसानों का पिछले साल का बकाया नहीं दिला पा रहा है। किसान पुलिस से डरने वाले नहीं है। भुगतान नहीं हुआ तो डीएम व एसपी के आवास पर भी कब्जा किया जाएगा। कहा, किसानों को बरामदे में नहीं घुसने दिया, अब वे डीएम को कलक्ट्रेट में नहीं आने देंगे।
भाकियू युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत ने कहा कि प्रशासन पहले भुगतान का चेक दे। तीनों मिलों के अधिकारियों को किसानों के बीच बुलाया जाए, अन्यथा किसान कलक्ट्रेट में ताले डाल देंगे। 28 फरवरी को कलक्ट्रेट में पुन: पंचायत बुलाने की घोषणा की।
एडीएम वित्त व डीसीओ ने किसानों के बीच पहुंचकर सभी चीनी मिलों से मिले 115 करोड़ का चेक किसानों को दिखाया। प्रशासन ने बकाया भुगतान 25 फरवरी तक कराने का भरोसा दिलाया। आंदोलन में बलराम ¨सह, इकबाल ¨सह, रामऔतार ¨सह, धर्मवीर ¨सह धनकड़, जय ¨सह, पृथ्वी ¨सह, सुरपाल ¨सह, सुनील प्रधान, अतुल कुमार, प्रमोद कुमार सहित काफी किसान रहे। काफी पुलिस फोर्स तैनात रही। एडीएम एवं डीसीओ को दरी पर बैठाया
भाकियू युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत की मौजूदगी में वार्ता को आए एडीएम (वित्त एवं राजस्व) अवधेश मिश्रा और जिला गन्ना अधिकारी यशपाल ¨सह को किसानों ने अपने बीच बैठा लिया। जिला गन्ना अधिकारी ने मिलवार ब्योरा देते हुए 115 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य भुगतान कराने की बात कही, ¨कतु किसान वेव ग्रुप की बिजनौर, चांदपुर और बिलाई चीनी मिल अफसरों को धरनास्थल पर बुलाने की जिद पर अड़े थे। गौरव टिकैत ने इस भुगतान के चेक दिखाने और 50 मिनट के भीतर इन तीनों मिलों के अधिकारियों को बुलाने की बात कही। बाद में धरना समाप्त कर दिया गया।