विग कमांडर की रिहाई पर भाकियू ने जताई खुशी
स्योहारा(बिजनौर) भारतीय किसान यूनियन की बुढ़नपुर में हुई बैठक में किसानों के गन्ने के बकाया भुगतान कराने की मांग की गई। साथ ही वायुसेना के विग कमांडर अभिनंदन की रिहाई पर खुशी प्रकट करते हुए मिठाई वितरित की गई।
स्योहारा(बिजनौर) : भारतीय किसान यूनियन की बुढ़नपुर में हुई बैठक में किसानों के गन्ने के बकाया भुगतान कराने की मांग की गई। साथ ही वायुसेना के विग कमांडर अभिनंदन की रिहाई पर खुशी प्रकट करते हुए मिठाई वितरित की गई। सोमवार को ग्राम बुढ़नपुर में आयोजित भाकियू की बैठक में पदाधिकारियों ने भारतीय सेना के विग कमांडर अभिनंदन की रिहाई पर खुशी जताते हुए एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। इसके अलावा सरकार से धारा 370 व 35 ए हटाने की मांग की गई। इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष चौधरी गजेन्द्र सिंह टिकैत ने कहा कि कुछ गन्ना मिलों ने किसानों के बकाया गन्ना भुगतान के लिए चार मार्च का समय मांगा था। यदि किसानों का भुगतान नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर गजेन्द्र सिंह, गजराम सिंह, आलोक कुमार, अनुज वालियान, दीपक चौहान, रोहित चौहान, त्रिवेन्द्र सिंह, पोखर सिंह, देवेन्द्र सिंह अहलावत, ओमप्रकाश सिंह, संजीव राणा आदि मौजूद रहे।
पाकिस्तान का नाम दुनिया के नक्शे से मिट जाने दो
अभिव्यक्ति साहित्यिक संस्था ने शहीदों को दी काव्यात्मक श्रद्धांजलि
जासं, नजीबाबाद: पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में शहर में काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। कवियों ने देशप्रेम की भावना से परिपूर्ण रचनाओं से शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
अभिव्यक्ति साहित्यिक के तत्वावधान में रविवार की रात्रि कवयित्री निशा अग्रवाल के आवास पर हुई काव्य संध्या की शुरुआत में वायु सेना के विग कमांडर अभिनंदन कुमार की पाकिस्तान से सकुशल वापसी पर खुशी जताई गई। साथ ही पाकिस्तान सरकार और वहां संरक्षण पाने वाले आतंकी संगठनों को भारत से दूर ही रहने की नसीहत दी। पुलवामा के शहीदों को काव्यात्मक श्रद्धांजलि देते हुए प्रदीप डेजी ने मेरे भारत की मिट्टी में रिश्तों की फुलवारी है, हम हैं पहरेदार वतन के दिल में पहरेदारी है.. और निशा अग्रवाल ने नाज हमें उन वीरों पर जो प्राण लुटाकर आए हैं, शान तिरंगे की रखी बस वंदे मातरम गाए हैं.. रचना प्रस्तुत की।
जितेंद्र कक्कड़ ने अभिनंदन का अभिनंदन है, चंदन में भी वो चंदन है, नंदन का भी वो नंदन है, वो भारत का अभिनंदन है.., अजय जैन ने आतंकिस्तान में घुसकर किया जिसने करारा प्रहार, वो हम सबका गौरव है.., जितेंद्र जैन ने मेरा भारत दुनिया से अजब निराला है, इसकी शानो शौकत सबसे आला है.., प्रेमलता ने मैं गया उस जगह भूमि जहां की थी रक्त रंजित, कह रही हर बूंद बदला लेना है अब तो सुनिश्चित.., सतेंद्र गुप्ता ने इस धरती पर पैदा हुए सूर, कबीर और तुलसी हैं, घर घर में जन्मे यहां भगत, लक्ष्मीबाई हैं, आतंकवाद की होली हमने पार सरहद जलाई है.., अजय जौहरी ने भूलेंगे न माफ करेंगे, सारा कचरा साफ करेंगे.., कुमुद कुमार ने एक-एक पुलवामा के बदले सौ-सौ बालाकोट हो जाने दो, पाकिस्तान का नाम दुनिया के नक्शे से मिट जाने दो.. रचना प्रस्तुत कर भारतीयों की भावनाओं को व्यक्त किया। शिवकुमार अग्रवाल की देखरेख में आयोजित काव्य संध्या में भगीरथ सिंह, राजेंद्र त्यागी, नीरज सिघल, राजेश मिश्रा राजू ने भी काव्यपाठ किया।