प्रेम संबंधों का विरोध करने पर हुई अनुज की हत्या
शव को कार से ही घनुवाला के पास लाकर शराब के ठेके के पास फेंक दिया। रात होनी की वजह से किसी को इसकी पता नहीं चल सका। अगले दिन अनुज का शव मिला। दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। एसपी सिटी ने बताया कि नामजदगी प्रथम ²ष्टया फर्जी पाई गई है। फिर भी विवेचना प्रचलित है। पुलिस टीम को पांच हजार इनाम की संस्तुति की गई है।
बिजनौर जेएनएन। जमालपुर पठानी के अनुज की हत्या प्रेम संबंधों का विरोध करने पर हुई थी। हत्यारोपित दोस्त ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कार, गमछा और मृतक का मोबाइल बरामद कर लिया है। कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया है।
गुरुवार सुबह शहर कोतवाली क्षेत्र के मंडावर रोड पर गांव घनुवाला के नजदीक एक युवक का शव पड़ा मिला था। शिनाख्त अनुज (28) पुत्र यशपाल सिंह निवासी गांव जमालपुर पठानी शहर कोतवाली के रूप में हुई थी। मृतक के भाई रवि की ओर से गांव के रोहित, सोनू, मोहित और विवेक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। शहर कोतवाल रमेश चंद शर्मा ने नामजद आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। तफ्तीश में हत्याकांड की सुईं प्रेम प्रसंग की ओर घूम रही थी।
मंगलवार को एसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि हत्या को अनुज के दोस्त चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव अहरौला निवासी रोहित पुत्र नौबहार और उसके चचेरे भाई अंकुर पुत्र सौराज निवासी बागड़पुर माफी थाना रजबपुर जिला अमरोहा ने मिलकर की थी। रोहित और अनुज में दोस्ती थी। रोहित का अनुज के घर आना-जाना था। इस दौरान रोहित और अनुज की पत्नी के प्रेम संबंध हो गए थे। इसका पता अनुज को चला तो उसने रोहित को जान से मारने की धमकी दी। इस पर रोहित ने अनुज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। बीस मई को वह अपने चचेरे भाई अंकुर को लेकर बिजनौर पहुंचा। अनुज से उधार लिए सात हजार रुपये देने के बहाने उसे बिजनौर बुला लिया। तीनों ने कार में देर शाम नगीना रोड पर गए और शराब पी। मौका पाकर दोनों ने अनुज का गला घोंट दिया। शव को कार से ही घनुवाला के पास लाकर शराब के ठेके के पास फेंक दिया। रात होने की वजह से किसी को इसका पता नहीं चल सका। अगले दिन अनुज का शव मिला। दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। एसपी सिटी ने बताया कि नामजदगी प्रथम²ष्टया फर्जी पाई गई है, फिर भी विवेचना प्रचलित है। पुलिस टीम को पांच हजार के इनाम की संस्तुति की गई है।