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आवासीय विद्यालय में संदिग्ध हालात में छात्र झुलसा

पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय अमाननगर में एक छात्र संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गया। छात्र को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया। छात्र के चेहरे और हाथ झुलसे मिले। प्राथमिक उपचार के दौरान पूछने पर चिकित्सकों को बताया गया कि हाथ तापते समय अचानक आग भड़क जाने पर छात्र झुलसा। लोगों का कहना है कि छात्र खाना बनाते समय झुलसा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 10:59 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 10:59 PM (IST)
आवासीय विद्यालय में संदिग्ध हालात में छात्र झुलसा
आवासीय विद्यालय में संदिग्ध हालात में छात्र झुलसा

बिजनौर, जेएनएन। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय, अमाननगर में एक छात्र संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्र का कहना है कि आग तापते समय अचानक आग भड़कने से वह झुलस गया। हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि वह खाना बनाते समय झुलसा है।

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कक्षा आठ तक संचालित इस विद्यालय में 71 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। गुरुवार दोपहर आठवीं कक्षा का छात्र 13 वर्षीय गोविद पुत्र रामलाल का चेहरा और हाथ अचानक झुलसने से अफरा-तफरी मच गई। पुलिस उसे सरकारी एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाई। चिकित्सक ने 10 फीसद जलने की पुष्टि की। चिकित्सक के पूछने पर गोविंद ने बताया कि वह और कुछ छात्र अलाव पर हाथ ताप रहे थे। किसी छात्र ने आग पर फोम डाला तो आग भड़कने से वह झुलस गया। चिकित्सक ने बालक की हालत खतरे से बाहर बताई है।

वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विद्यालय में चीख-पुकार मची। कई लोग मौके पर पहुंचे तो पता चला कि कुछ बच्चे खाना बनाने में जुटे थे। इस दौरान छात्र गोविद झुलस गया। कार्रवाई के डर से मनगढ़ंत कहानी बनाई जा रही है।

लगातार घट रही छात्र संख्या

आवासीय विद्यालय में बोक्सा जनजाति परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं। ये बच्चे मुख्यत: लखीमपुर खीरी जिला के हैं। गत वर्षो की अपेक्षा छात्र संख्या घटकर आधी रह गई है। देखरेख के अभाव में इनमें से भी एक तिहाई बच्चों ने स्कूल आना बंद कर दिया है।

विद्यालय में वार्डन नहीं

आवासीय विद्यालय रामभरोसे चल रहा है। यहां रात्रि में कोई अधिकारी व कर्मचारी नहीं ठहरता। छात्रावास में वार्डन नहीं होने के कारण बच्चे चौकीदार के भरोसे रहते हैं। यहां तक कि प्रभारी सरिता रानी और शिक्षिका चित्रा धीर भी विद्यालय में नहीं रुकती हैं। वह मुरादाबाद से आती-जाती हैं।

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मुझे केवल एक कमरा दे रखा है। ड्राइंग रूम को स्टोर बना दिया गया है। इस कारण यहां रह पाना संभव नहीं है। आपात स्थिति में कभी-कभी रुकना भी पड़ता है।

- चित्रा धीर (शिक्षिका)

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छात्र खाना बनाते समय नहीं झुलसा है। बच्चे अलाव पर फोम के पुराने गद्दे जला रहे थे। इससे अचानक भड़की। आग से छात्र झुलस गया। इसके लिए प्रभारी सरिता रानी एवं शिक्षिका चित्रा धीर से स्पष्टीकरण लेने के साथ ही घटना की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

-बद्री विशाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी, बिजनौर।


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