महर्षि वाल्मीकि जयंती पर धूमधाम से निकाली शोभायात्रा
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर वाल्मीकि समाज की ओर से शहर में धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई।
बिजनौर, जेएनएन: महर्षि वाल्मीकि जयंती पर वाल्मीकि समाज की ओर से शहर में धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई। अखाड़े और सुसज्जित झांकियां शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र रहे। रविवार शाम मोहल्ला रम्पुरा स्थित वाल्मीकि आश्रम से शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुजफ्फरनगर से आए प्रियमनु मजदूर ने फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि मानव जाति के लिए प्रेरणास्त्रोत और उनके उपदेश श्रेष्ठ समाज सुधारक हैं। उनके आदर्शो को जीवन में धारण कर जीवन में नहीं केवल सुख-शांति की प्राप्ति होगी, बल्कि मोक्ष को पाया जा सकता है। वाल्मीकि आश्रम से शुरू हुई शोभायात्रा मोटाआम, मालगोदाम तिराहा एवं गुरुद्वारा क्षेत्र से होकर आगे बढ़ी।
शोभायात्रा में अखाड़ा उस्ताद राजू घाघट, खलीफा प्रेम कैसले के निर्देशन में शामिल किए गए अखाड़े में समाज के नौजवानों ने शस्त्रों से हैरतंगेज करतब दिखाए। शोभायात्रा में गंगा-शिव, वाल्मीकि के साथ लव-कुश, श्रीगणेश, एकलव्य एवं देशभक्ति झांकी के साथ कई सुसज्जित झांकियां और महाकाली नृत्य, शिव बरात आकर्षण का केंद्र रहे। शोभायात्रा में सबसे आगे श्रद्धा एवं आस्था का केंद्र सुसज्जित वाल्मीकि डोला था। वहीं बैंड पर भक्तिगीतों और भजनों के गायन से वातावरण वाल्मीकिमय हो गया। भव्य शोभायात्रा में उदेश कुमार, विनोद कुमार, सोनू, कपिल, हरिओम, महेंद्र, अर्जुन, कमल, बिल्लु, राम सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।