छह घंटे तारों पर झूलता रहा लाइनमैन का शव
चांदपुर (बिजनौर) टूटी लाइन ठीक करते समय अचानक करंट आने से संविदाकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। बुरी तरह झुलसा उसका शव लाइन पर झूलता रहा। हादसे के दो घंटे बाद पुलिस और तीन घंटे बाद विद्युत निगम के अधिकारी पहुंचे। मुआवजे का चेक मिलने पर छह घंटे बाद शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
चांदपुर (बिजनौर) : टूटी लाइन ठीक करते समय अचानक करंट आने से संविदाकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। बुरी तरह झुलसा उसका शव लाइन पर झूलता रहा। हादसे के दो घंटे बाद पुलिस और तीन घंटे बाद विद्युत निगम के अधिकारी पहुंचे। मुआवजे का चेक मिलने पर छह घंटे बाद शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। गांव मूंदराकलां निवासी सलीम पुत्र अलीशेर विद्युत निगम में संविदा पर लाइनमैन था और बागड़पुर फीडर पर काम करता था। बुधवार सुबह आठ बजे वह बिजलीघर से शट डाउन लेकर मूंदराकलां में टूटी लाइन को ठीक करने गया था। वह खंभे के सहारे लाइन जोड़ रहा था। तभी अचानक लाइन में आए करंट से उसकी मौके पर मौत हो गई। उसका शव लाइन पर ही झूल गया।
ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उनका कहना था कि सूचना के बावजूद विद्युत निगम के अधिकारी 10 बजे तक नहीं पहुंचे। इसके बाद सीओ राकेश श्रीवास्तव व कोतवाली प्रभारी सत्येंद्र कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे।
पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया लेकिन वे बिजली अधिकारियों को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए। करीब 11 बजे एसडीओ व जेई टीम के साथ पहुंचे तो ग्रामीणों ने फिर हंगामा कर दिया। एसडीएओ ने परिजनों को मौके पर ही एक लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही, लेकिन परिजनों ने पांच लाख रुपये मुआवजा समेत अन्य मांगें रखीं। इसके चलते छह घंटे तक शव लाइन पर ही लटका रहा। दो बजे के बाद टीम ने पांच लाख रुपये का चेक परिजनों का सौंपा। इसके बाद शव को नीचे उतारा गया। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।