मंत्री जी! धरतीपुत्रों के 371.42 करोड़ बकाया दिलवाइए
गुरुवार को प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा और प्रभारी मंत्री कपिलदेव अग्रवाल एक साथ जिले में आएंगे। दोनों मंत्रियों के एक साथ आगमन पर सबसे अधिक उम्मीद जिले के धरतीपुत्रों की है। गन्ना बकाया मूल्य भुगतान को लेकर आंदोलित किसानों को मंत्रियों के आगमन से आस जगी है कि अब शायद उनका भुगतान हो जाए।
बिजनौर, जेएनएन। गुरुवार को प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा और प्रभारी मंत्री कपिलदेव अग्रवाल एक साथ जिले में आएंगे। दोनों मंत्रियों के एक साथ आगमन पर सबसे अधिक उम्मीद जिले के धरतीपुत्रों की है। गन्ना बकाया मूल्य भुगतान को लेकर आंदोलित किसानों को मंत्रियों के आगमन से आस जगी है कि अब शायद उनका भुगतान हो जाए।
जिले की नौ में से चार चीनी मिलों ने किसानों का गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया है, जबकि जनपद की पांच चीनी मिलों पर 371.42 करोड़ बकाया है।गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर हाईकोर्ट व शासन के आदेशों का मिलों को परवाह नहीं है। सरकार ने
31 अगस्त तक बकाया मूल्य भुगतान की समयावधि दिया था। यह समयावधि समाप्त होने के बाद भी सभी मिलों ने भुगतान नहीं किया। सबसे अधिक बुरा हाल बिजनौर, चांदपुर, बिलाई, बरकातपुर पर है। जनपद में किसान संगठन बकाया मूल्य भुगतान की मांग को लेकर आए दिन आंदोलित है, लेकिन कोई संतोषजनक हल नहीं निकल पाया। उधर गन्ना विभाग ने बिजनौर चीनी मिल पर 50.22 करोड़, चांदपुर चीनी मिल पर 96.18 करोड़ रुपये, बिलाई चीनी मिल 151.42 करोड़ रुपये, स्योहारा चीनी मिल पर 49.15 करोड़, धामपुर पर 33.77 करोड़ रुपये, बरकातपुर पर 45.75 करोड़ रुपये बकाया होने पर नोटिस जारी करने के साथ-साथ बिजनौर, चांदपुर और बिलाई चीनी मिल मालिकों और अधिकारियों के विरूद्ध रिपोर्ट भी दर्ज कराई। अब तक इन मिल मालिकों को दस बार से अधिक नोटिस जारी किया जा रहा है। कई के खिलाफ मुकदमें भी दर्ज कराए गए हैं, लेकिन इनकी सेहत पर कोई असर नहीं है। मिल बकाया बुधवार को किया भुगतान
बिजनौर 50.22 करोड़ 1.51 करोड़
चांदपुर 96.18 करोड़ शून्य
बिलाई 151.42 करोड़ 2.25 करोड़
स्योहारा 49.15 करोड़ 2.49 करोड़
धामपुर 33.77 करोड़ समस्त भुगतान
बरकातपुर 45.75 करोड़ 3.07 करोड़
------------------------ धामपुर मिल ने किया समस्त भुगतान
बुधवार को धामपुर चीनी मिल ने गन्ना बकाया मूल्य का का समस्त 33.77 करोड़ भुगतान किया है।
बिजनौर में गन्ना मूल्य भुगतान पर टिका कारोबार
दोनों मंत्री किसानों के सम्मेलन में शिरकत करेंगे। यहां अहम बात यह है कि जिले में कारोबार गन्ना मूल्य भुगतान पर निर्भर है। गन्ना मूल्य का भुगतान न होने की स्थिति में कारोबार प्रभावित होता है और बाजार में पैसे नहीं आता है। भुगतान मिलने पर ही किसान बाजार में खरीददारी करता है।
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राजनारायण कौशिक