वाई-फाई व्यवस्था ध्वस्त, यात्रियों को नहीं मिल रहा लाभ
एक ओर जहां प्रधानमंत्री देश को डिजिटल बनाने में लगे हैं तो वहीं रेल प्रशासन डिजिटल सेवा पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। तीन माह पूर्व पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों पर लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी सेवाएं बराबर न मिल पाने यात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। जबकि मंडलीय अधिकारी इस व्यवस्था का सारा दारोमदार रेल टेल सेवा पर थोप कन्नी ही काटते फिर रहे हैं। ज्ञात हो कि पूर्वोत्तर रेलवे के
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी (भदोही) : एक ओर जहां प्रधानमंत्री देश को डिजिटल बनाने में लगे हैं तो वहीं रेल प्रशासन डिजिटल सेवा पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। तीन माह पूर्व पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों पर लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी सेवाएं नहीं मिल पाने से यात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। मंडलीय अधिकारी इस समस्या का सारा दारोमदार रेलटेल सेवा पर थोपकर कन्नी काटते फिर रहे हैं।
ज्ञात हो कि पूर्वोत्तर रेलवे के मंडुआडीह-इलाहाबाद रेल खंड को और हाईटेक बनाने के लिए लगभग डेढ़ दर्जन स्टेशनों को वाई-फाई व्यवस्था से लैस तो करा दिया गया लेकिन रख- रखाव के अभाव में व्यवस्था एक पखवारे से बेपटरी होकर मात्र शोपीस साबित हो रही है। चाह कर भी यात्री लेट-लतीफ होने वाली ट्रेनों की जानकारी लेने के साथ टिकट आदि की बु¨कग और अन्य सेवाओं के लिए दर-दर भटकने को विवश हो रहे हैं। जबकि उक्त रेल खंड पर एक दर्जन से अधिक मेल तथा सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा तीन जोड़ी पैसेंजर का भी संचालन नियमित होता है। ट्रेनों से यात्रा करने के लिए बड़े पैमाने पर यात्रियों की जमघट भी चाहे वह ज्ञानपुर रोड स्टेशन हो अथवा जंगीगंज या फिर अहिमनपुर, माधो¨सह, कटका या अन्य स्टेशन पर लगा रहता है। कई बार संबंधित विभाग और मंडलीय अधिकारियों से शिकायत भी की गई लेकिन व्यवस्था जस की तस ठप पड़ी हुई है। यात्रियों ने डीआरएम वाराणसी मंडल का ध्यान आकृष्ट कराते हुए वाई-फाई व्यवस्था को दुरुस्त कराने की मांग की है।