Move to Jagran APP

गेहूं खरीद की रफ्तार पड़ी सुस्त

किसानों की सुविधा के लिए हाट गोदाम जंगीगंज में बनाए गए क्रय केंद्र पर पहुंचे मात्र एक किसान सोनैचा गांव निवासी रामलोलारक पांडेय ने 35 क्विटल गेहूं की बिक्री की। केंद्र पर मौजूद कर्मचारियों द्वारा गेहूं का तौल किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 04:51 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 04:51 PM (IST)
गेहूं खरीद की रफ्तार पड़ी सुस्त
गेहूं खरीद की रफ्तार पड़ी सुस्त

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : किसानों की सुविधा के लिए हाट गोदाम जंगीगंज में बनाए गए क्रय केंद्र पर पहुंचे मात्र एक किसान सोनैचा गांव निवासी रामलोलारक पांडेय ने 35 क्विटल गेहूं की बिक्री की। केंद्र पर मौजूद कर्मचारियों द्वारा गेहूं का तौल किया गया। वहां पर्याप्त बोरे मौजूद रहे तो गेहूं तौल करने सहित अन्य सुविधाएं भी थी लेकिन किसानों की भीड़ गायब रही। कारण चाहे जो भी हो लेकिन चिलचिलाती धूप हो, या फिर कंपा देने वाली ठंड, हाड़-तोड़ मेहनत कर फसल उपजाने वाले अन्नदाता को उनके उपज का वास्तविक मूल्य दिलाने के लिए बनाए गए क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीदारी रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। अधिकतर केंद्रों सन्नाटा पसरा हुआ है।

loksabha election banner

देखा जाय तो खरीदारी शुरू हुए डेढ़ माह का समय व्यतीत हो चुका है लेकिन जिले में स्थापित 24 केंद्रों पर मिलाकर तय लक्ष्य के सापेक्ष महज 20 फीसद गेहूं की खरीदारी सुनिश्चित की जा सकी है। विषम स्थिति तो यह है कि विपणन विभाग के केंद्रों पर किसान दिख भी रहे हैं लेकिन पीसीएफ सहित अन्य संस्थाओं के क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। भरपूर मेहनत के बाद भी किसानों को उनके उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता। किसान औने-पौने दाम पर बिचौलियों अथवा व्यापारियों को उत्पादन बेचने के लिए मजबूर होते हैं। शासन की ओर से 15 अप्रैल से गेहूं खरीद का शुभारंभ कर प्रदेश के सभी केंद्रों पर नियमानुसार खरीद करने का सख्त हिदायत दी है। इसके बाद भी विपणन विभाग के बने सात केंद्रों को छोड़ दिया जाय तो पीसीएफ सहित अन्य संस्थाओं के केंद्रों पर अभी तक उदासीनता जारी है। आलम यह है कि जिले में निर्धारित लक्ष्य 32 हजार मीट्रिक टन के सापेक्ष 6205 मीट्रिक टन की खरीदारी हुई है।

----------

विपणन के सात केंद्रों ने खरीदा 3235 एमटी गेहूं

- गेहूं खरीद के लिए स्थापित विभिन्न संस्थाओं के कुल 24 केंद्रों में से विपणन विभाग के सात केंद्रों पर 3235 मिट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। जबकि अन्य संस्थाओं के कुल 17 केंद्रों पर मिलाकर मात्र 2970 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो सकी है। ऐसे में लक्ष्य हासिल करना बेहद मुश्किल होगा। इस संबंध में जिला विपणन अधिकारी श्याम कुमार मिश्र का कहना रहा कि सभी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्था है। फिर भी किसान किस कारण से नहीं आ रहे हैं कहा नहीं जा सकता। वैसे एक ओर लॉकडाउन तो दूसरी तरफ मौसम की मार से किसानों की पैदावार कम हुई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.