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मौसम का संकेत, नर्सरी डालने की करें तैयारी

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By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 07:33 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 06:08 AM (IST)
मौसम का संकेत, नर्सरी डालने की करें तैयारी
मौसम का संकेत, नर्सरी डालने की करें तैयारी

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मौसम का रुख बदल गया है। शनिवार की रात हुई बारिश व ओले तक पड़ने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि रविवार को उमस बढ़ी रही। उधर अच्छी बारिश होने से खेत नम हो गए हैं। जो धान की नर्सरी डालने का संकेत दे रहे हैं। एक जून से धान की नर्सरी डालने का काम किया जा सकता है।

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कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि 26 मई तक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ था। इसके बाद मौसम में बदलाव आने लगा। तापमान में गिरावट आने लगी अब बारिश के बाद 40 डिग्री सेल्सियस तक आ गया है। बताया कि ग्रामीण कृषि मौसम सेवा बुलेटिन के आधार पर आगामी दिनों में भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आस पास रहेगा चार से पांच जून के बीच पुन: बारिश के आसार बन रहे हैं। बताया कि प्री मानसून बारिश की संभावित स्थिति को देखते हुए किसानों को चाहिए कि खेत में सुव्यवस्थित मेड़बंदी करें। जिससे वर्षा का पानी बहने न पाए।

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नर्सरी डालने से पहले करें बीज शोधन

- किसानों को चाहिए की धान की नर्सरी डालने से पहले बीज का शोधन अवश्य करें। बताया कि 1.5 ग्राम स्ट्रिप्टोसाईक्लिन तथा दो ग्राम कार्बेंडाजिम का प्रयोग प्रति किलो बीज को उपचारित किया जा सकता है। एक हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपाई के लिए 700 से 800 वर्ग मीटर की नर्सरी उपयुक्त होती है। बीज की मात्रा 6.5 से 7.5 किग्रा प्रति बीघा प्रयोग करें। उसर धान के लिए नौ से 10 किग्रा बीज का प्रयोग किया जा सकता है।

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उमस से बेहाल रहे लोग

- शनिवार की रात हुई बारिश के बाद भले ही तापमान में गिरावट आई हो लेकिन उमस में वृद्धि हुई है। इसके चलते लोग घरों के बाहर से लेकर अंदर तक बेहाल रहे। विशेषकर घरों में रहने के दौरान पंखे व कूलर की हवा तक लोगों को राहत नहीं पहुंचा सकी।


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