कुरमैचा ताल में डूबी अन्नदाताओं की उम्मीद
जागरण संवाददाता ऊंज (भदोही) पिछले वर्ष अतिवृष्टि के चलते पहले धान की फसल बर्बाद हो गई थी
जागरण संवाददाता, ऊंज (भदोही) : पिछले वर्ष अतिवृष्टि के चलते पहले धान की फसल बर्बाद हो गई थी। लोग फसल की कटाई नहीं कर सके। पूरी फसल सड़कर बर्बाद हो गई थी तो गेहूं की बोआई तक किसान नहीं कर सके थे। डीघ ब्लाक क्षेत्र के ऊंज-कुरमैचा ताल में इस बार भी हो चुके भारी जल जमाव हो किसानों की उम्मीद डूब चुकी है। धान की रोपाई नहीं हो पा रही है, लेकिन किसी की नजर उनकी ओर नहीं पड़ रही है।
करीब 500 बीघा क्षेत्रफल में फैले ऊंज-कुरमैचा ताल में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं रह गई है। ताल से पानी निकासी वाले एक मात्र कुरमैचा, नौधन, बनकट आदि गांवों से होते हुए निकलने वाला नाला पर जगह-जगह पट चुका है तो तमाम स्थानों पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। पिछले वर्ष हुए जलडुबान की समस्या के बाद बर्बाद हुई फसल पर जिलाधिकारी तक ने क्षेत्र का दौरा किया था। नाले का सर्वे कर मनरेगा से खोदाई का निर्देश भी दिया था लेकिन रात गई बात कि तर्ज पर सब कुछ भूल गया। नाले की खोदाई नहीं हो सकी। इस बार शुरुआती दौर में ही पूरा ताल जलमग्न है। धान की रोपाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में किसानों कि चिता बढ़ चुकी है कि कैसे चलेगी गृहस्थी की गाड़ी। किसानों ने पानी निकासी की व्यवस्था कराने की मांग उठाई है।