वरासत दर्ज करने में हीलाहवाली, लेखपाल को चेतावनी
वरासत दर्ज करने के मामले में लेखपालों की हीलाहवाली आम बात है। आए दिन इसे लेकर अधिकारियों को शिकायतें मिलती हैं। उधर वरासत मामलों को लेकर उच्चाधिकारी सख्त भले हों लेकिन लेखपाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। सोमवार को ऐसी ही एक शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार ने संबंधित लेखपाल को न सिर्फ कड़ी फटकार लगाई बल्कि 10 दिन में वरासत दर्ज कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
जासं, भदोही: वरासत दर्ज करने के मामले में लेखपालों की हीलाहवाली आम बात है। आए दिन इसे लेकर अधिकारियों को शिकायतें मिलती हैं। उधर वरासत मामलों को लेकर उच्चाधिकारी सख्त भले हों लेकिन लेखपाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। सोमवार को ऐसी ही एक शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार ने संबंधित लेखपाल को न सिर्फ कड़ी फटकार लगाई बल्कि दस दिन में वरासत दर्ज कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
तहसील क्षेत्र के भौथर अर्जुनपुर गांव निवासी रमेशचंद्र बिद के अनुसार उनकी माता का निधन दो वर्ष पहले हो चुका है। इस बीच विगत आठ माह से वरासत दर्ज कराने के लिए तहसील के चक्कर काट रहा है। आरोप है कि लेखपाल को आवश्यक कागजात सौंपने के बाद भी हीलाहवाली से काम लिया जा रहा है। वरासत दर्ज करने के बदले सुविधा शुल्क भी मांगने का आरोप लगाया। मामले को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार भगवानदास गुप्ता ने लेखपाल को कड़ी फटकार लगाते हुए 10 दिन के अंदर वरासत दर्ज कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। इस मामले में लापरवाही मिलने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।