महिला उत्पीड़न के मामले में समयबद्ध हो कार्रवाई
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): महिला उत्पीड़न के मामलों के निस्तारण में लापरवाही कत्तई बर्दाश्त न
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): महिला उत्पीड़न के मामलों के निस्तारण में लापरवाही कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता सिंह ने बुधवार को यह चेतावनी दी। कहा कि पीड़ति महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाना ही आयोग का मूल मकसद है। वह बुधवार को गेस्ट हाउस ज्ञानपुर में महिला उत्पीड़न के मामलों में हुई कार्रवाई की समीक्षा कर रही थीं।
कहा कि महिलाओं को बार-बार थानों का चक्कर न लगाना पड़े। पीड़ति महिला के शिकायतों को प्राथमिकता देते हुए दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता मिलने पर संबंधित अधिकारी को दंडित किया जाएगा। उन्होंने महिलाओं के उत्पीड़न संबंधी शिकायतों को समझाकर सहमति के आधार पर निस्तारण कराने पर जोर दिया। साथ ही जिले भर से आई पीड़ति महिलाओं की समस्याओं को सुनकर उसका निस्तारण करने का निर्देश दिया। इस दौरान आए 42 मामलों में 12 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया। मुख्यमंत्री सुमंगला योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि नोडल अधिकारी के पोर्टल पर 2978 आवेदन पत्र लंबित हैं। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए समय से निस्तारित करने को कहा। बताया कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में अब तक कुल 14,697 आवेदन पत्र भरे जा चुके हैं। जिसमें से 8714 आवेदन निरस्त हो गए हैं। इसमें 2978 आवेदनों को स्वीकृत कर प्रदेश मुख्यालय भेज दिया गया है। उपजिलाधिकारी भदोही आशीष कुमार मिश्र, उपजिलाधिकारी ज्ञानपुर डा.ज्ञान प्रकाश, जिला प्रोबेशन अधिकारी महेंद्र यादव, राजकुमार गुप्ता आदि थे।