बंदी की भेंट चढ़ा 250 करोड़ का लेन-देन
मूल वेतन के साथ विशेष भत्ते का विलय नई पेंशन योजना बंद करने सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर बैंककर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल शुक्रवार से प्रारंभ हो गई। बैंक बंदी होने के कारण एक तरफ जहां 25 से 30 करोड़ की क्लियरिग प्रभावित हुई तो दो सौ करोड़ से अधिक का लेन देन बाधित रहा। उधर यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन ने पीएनबी शाखा के सामने जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान अपनी मांगों को दोहराते हुए पूरी करने की मांग की गई। बैंक कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मूल वेतन के साथ विशेष भत्ते का विलय, नई पेंशन योजना बंद करने सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर काफी दिनों से आवाज बुलंद की जा रही है। बैंक कर्मियों की प्रस्तावित दो दिवसीय हड़ताल शुक्रवार को शुरू हो गई। पहले दिन अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक ने काम-काज छोड़कर विरोध प्रदर्शन किया। इससे बैंक शाखाओं के गेट पर ताले लटकते रहे। बैंक बंदी की मार से जहां 250 करोड़ का लेन-देन प्रभावित हुआ तो वहीं करीब 30 करोड़ की क्लियरिग नहीं हो सकी।
आल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन, यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के आह्वान पर प्रस्तावित हड़ताल व बैंक बंदी के तहत सुबह बैंक पहुंचे अधिकारियों-कर्मचारियों ने काम-काज छोड़कर गेट पर जमा होकर प्रदर्शन किया। इसके चलते बैंकों के ताले नहीं खुले। इसके चलते पूरे जनपद में जहां 25 से 30 करोड़ की क्लियरिग ठप रही वहीं 250 करोड़ का लेन-देन प्रभावित हुआ। ज्ञानपुर नगर के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित यूनियन बैंक के पास बैंकों के कर्मचारियों ने जुटकर धरना-प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की कहा कि उनकी मांगों की शासन स्तर से अनदेखी की जा रही है। धरना-प्रदर्शन में शिवप्रकाश तिवारी, मनीष सिन्हा, सोमित पांडेय, नितेश कुमार, सुदर्शन मौर्य, आलोक कुमार, अमित कुमार गुप्ता व अन्य थे।
भदोही प्रतिनिधि के अनुसार : यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन के बैनर तले पीएनबी शाखा के सामने जुटे कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। यूनियन ने जिला मंत्री अजय प्रताप सिंह कहा कि नई पेंशन योजना को समाप्त करने, पारिवारिक पेंशन में सुधार, बिना सीमा के सेवानिवृत्ति सहित 12 सूत्रीय मागों को लेकर काफी दिनों से आवाज उठाई जा रही है लेकिन शासन उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। चेताया कि अब भी मांग नहीं मानी गई तो 11 मार्च से पुन: कर्मचारी हड़ताल को विवश होंगे। पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्र, सतीश पांडेय, सगीर अहमद, शानू खान, कप्तान सिंह, अभिषेक मिश्रा, रामबिहारी आदि थे।
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निराश लौटे ग्राहक, रहे कोसते
बैंकों की प्रस्तावित बंदी व हड़ताल की जानकारी न होने से तमाम लोग सुबह ही बैकिग कार्य निबटाने के लिए बैंकों पर पहुंच गए। जहां पहुंचने पर वस्तुस्थिति की जानकारी होने के बाद निराश होकर बैंक कर्मियों को कोसते हुए लौटे। उधर पैसा निकालने पहुंचे लोग इस बात को लेकर निराश रहे कि उनके जरूरी कार्य प्रभावित होंगे।
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शनिवार को भी रहेगा हड़ताल
- बैंक कर्मचारियों की हड़ताल शनिवार को भी जारी रहेगी। ऐसे में दो दिन जहां हडताल से बैंक बंद रहेंगे। लोगों का कोई बैकिग कार्य नहीं हो सकेगा तो तीसरे दिन रविवार का अवकाश होगा। ऐसे में लोगों की चिता बढ़ी हुई है। विशेषकर जिन्हें पैसे की चाह रही वह बेहद मायूस देखे गए।