बारह घंटे तक नहीं रेंग सके वाहनों के पहिये
रविवार की रात संपन्न हुआ गोपीगंज का ऐतिहासिक भरतमिलाप पुलिस और वाहन चालकों के लिए परेशानियोंभरा साबित रहा। पूर्वी सीमा से लेकर पश्चिमी सीमा तक कहीं उत्तरी लेन तो कहीं दक्षिणी लेन जाम के झाम में उलझा रहा। जबकि लगभग 12 घंटे से अधिक समय तक बड़े वाहनों के पहिए न चल पाने और गैर जनपदों को जोड़ने वाले मार्गों पर भी वही स्थिति बने रहने से लोग हांफते ही नजर आए। तो वहीं जाम को जुड़ाने में औराई पुलिस समेत लगे
जागरण संवाददाता, औराई (भदोही) : रविवार की रात संपन्न हुआ गोपीगंज का ऐतिहासिक भरतमिलाप पुलिस और वाहन चालकों के लिए परेशानियों भरा साबित रहा। पूर्वी सीमा से लेकर पश्चिमी सीमा तक कहीं उत्तरी लेन तो कहीं दक्षिणी लेन जाम के झाम में उलझा रहा। जबकि लगभग 12 घंटे से अधिक समय तक बड़े वाहनों के पहिए न चल पाने और गैर जनपदों को जोड़ने वाले मार्गों पर भी वही स्थिति बने रहने से लोग हांफते ही नजर आए। तो वहीं जाम को छुड़ाने में औराई पुलिस समेत लगे अन्य सुरक्षा कर्मियों को पसीना भी छोड़ना पड़ा। अंतत: सुबह तक भरतमिलाप संपन्न होने के बाद ही वाहन अपने गतंव्य को रवाना हो सके।
अवगत हो कि गोपीगंज नगर के प्राचीन एवं ऐतिहासिक भरतमिलाप को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से रविवार की देर शाम से ही पश्चिमी छोर की सीमा ऊंज-भीटी व पूर्वी सीमा बाबूसराय व औराई से ही राजमार्ग के दोनों लेन पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिए जाने से शुरु हुआ जाम का झाम सुबह भरतमिलाप के समापन पर ही सुचारु हो पाया। राजमार्ग के हर नाके पर बड़ी संख्या में पुलिस की भी तैनाती की गई थी। सबसे अधिक परेशानी जौनपुर-मीरजापुर मार्ग यानि औराई चौराहे पर बनी रही। देर शाम से ही राजमार्ग पर वाहनों के जाम होने शुरु हुए पहिए उस समय तक नहीं हिल सके जब तक भरतमिलाप संपन्न नहीं हो सका। जल्दबाजी में अपने गतंव्य तक पहुंचने वाले लग्जरी वाहनों में सवार लोगों को यदा-कदा इधर-उधर से आवागमन करते अवश्य देखा गया लेकिन वह भी कुछ दूर की यात्रा करने के बाद जाम में उलझे रहे। यही स्थिति इलाहाबाद से वाराणसी तक जाने वालीं सवारी व रोडवेज बसों को लेकर बनी रही।